अधिकारी पकड़ेगें हैण्डपंप रीबोर का खेल
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जौनपुर। ग्राम पंचायतों में हैंडपंप री-बोर में हुए खेल का पर्दाफाश जिलास्तरीय अधिकारी करेंगे। शासन के निर्देश पर ये अधिकारी गांव- गांव जाकर रीबोर की हकीकत जानेंगे। गड़बड़ी मिलने पर प्रधान और पंचायत सचिवों पर कार्रवाई की जाएगी। जिले में भूगर्भ जलस्तर लगातार गिर रहा है। इसलिए शासन, प्रशासन नए हैंडपंप लगवाने से परहेज कर रहा है। इसलिए गांवों में पेयजल की आपूर्ति के लिए खराब सरकारी हैंडपंपों को ही ठीक कराने का निर्णय लिया गया था। ग्राम प्रधान एवं पंचायत सचिवों को निर्देश दिए गए थे कि वे छोटी मोटी कमियों को दूर कराने के साथ ही हैंडपंप रीबोर कराकर गांव में जलापूर्ति की व्यवस्था दुरुस्त कराएं। इसके बाद गांवों में लाखों रुपये का बजट हैंडपंप की मरम्मत एवं रीबोर के नाम पर खर्च कर दिया गया। हालांकि इसके बाद भी शासन तक पेयजल संकट की शिकायतें पहुंच रही हैं। लिहाजा सरकार ने हैंडपंप रीबोर कार्य की जांच कराने का फैसला किया गया है। उप निदेशक पंचायत राज आगरा राम जियावन ने बताया कि प्रत्येक ब्लॉक में कम से कम 20 ग्राम पंचायतों में रीबोर हैंडपंप की जांच के लिए एक जिलास्तरीय अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है। इस जांच पड़ताल में जो हैंडपंप रीबोर के बाद भी चलते नहीं मिलेंगे, उनके लिए संबंधित प्रधान एवं सचिवों पर कार्रवाई की जाएगी।