आमजन को मिले विज्ञान के प्रयोग का लाभः प्रो. हाजरा
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जौनपुर।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के विश्वेश्वरैया हाल में
सोमवार को दो दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह की शुरुआत हुई।
उद्घाटन सत्र में वैज्ञानिक मुद्दे एवं देश का विकास विषय पर व्याखायानमाला
का आयोजन हुआ। भारत सरकार के तकनीक शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन कार्यक्रम
(टेकिप-3) के अन्तर्गत यह समारोह आयोजित हुआ।
उद्घाटन सत्र में
बतौर मुख्य अतिथि कलकत्ता विश्वविद्यालय के आप्टिक्स एव फोटोनिक्स के प्रो.
लक्ष्मीनारायन हाजरा ने कहा कि विज्ञान में जो प्रयोग हुए हैं उसका उपयोग
आमजन अपने जीवनशैली में करें। विज्ञान और तकनीक ने आधुनिक और पिछड़े वर्ग
के बीच की दूरी को कम किया है। देश के नागरिकों के बीच वैज्ञानक दृष्टिकोण
पैदा किए बिना इस दिवस को मनाने का कोई मतलब नहीं। उन्होंने वैज्ञानिक सीवी
रमन के जीवन और उस समय के वातावरण की चर्चा कर कहा कि अब हम ज्यादा
सम्पन्न है हमे अपने वैज्ञानिक रिसर्च में और भी तेजी लाने की जरूरत है।
विशिष्ट अतिथि ओएनजीसी के पूर्व जीएम डा. पी. के मिश्र ने रूस
और जर्मनी का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के रिर्सच का लाभ आम नागरिकों
को मिलता क्योंकि वह उनकी मातृभाषा में होते हैं। भारत में इसके विपरीत
अंग्रेजी की प्रमुखता होती है जिससे आमजन कोई सरोकार नहीं रखता। पुण
विश्वविद्यालय के प्रो. वी. ए,. तभाने ने कहा कि ज्ञान, लगन और जज्बे के बल
पर छोटा से छोटा व्यक्ति भी बड़ा कार्य करने में सफल हो सकता है। उन्होंने
कहा कि विज्ञान के छात्रों में अवलोकन करने की अच्छी क्षमता होनी चाहिए
तभी वह समाज और देश के विकास में सार्थक हो सकता है। अध्यक्षीय उद्बोधन में
टेकिप के समन्वयक प्रो. बी.बी तिवारी ने कहा आधुनिक तकनीक ने विज्ञान की
खोज और गति को काफी तेज कर दिया है। उन्होने सीवी रमन के लाइट इफेक्ट पर
विस्तार से चर्चा की। इंजीनियरिंग के डीन प्रो. ए. के. श्रीवास्तव ने
अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम सहसयोजक डा. राजकुमार ने कार्यक्रम की
रूपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन डा. संतोष कुमार और धन्यवाद
ज्ञापन डा. रजनीश भास्कर ने किया। इस अवसर पर सोविनियर का विमोचन किया गया।
इस अवसर पर प्रो. वंदना राय, डा. प्रदीप कुमार,डा. मनोज मिश्र, डा.
दिग्विजय सिहं राठौर, डा. संजीव गंगवार, डा. सुनील कुमार,डा अमरेंद्र सिंह,
डा. राजीव कुमार, प्रवीण सिंह, डा. अवध बिहारी सिहं डा. रुश्दा आजमी,
यू.आर प्रजापति, डा. विवेक पांडेय, डा. नृपेंद्र सिंह, डा. जे.पी. लाल.
प्रीति शर्मा, वर्तिका सरकारी, जया शुक्ला, शैलेश प्रजाप्रति, सत्यम
उपाध्याय समेत विद्यार्थी मौजूद रहे।