जौनपुर और आस्ट्रेलिया की महिलाओ ने गोमती को प्रदूषण से मुक्त कराने का उठाया वीणा
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जौनपुर। गंगा समेत अन्य नदियों को प्रदूषण से मुक्त करने में भले ही भारत सरकार अभी तक सफलता हासिल नही कर पायी है लेकिन अब आदि गंगा गोमती नदी को प्रदूषण मुक्त कराने के लिए आस्ट्रेलिया की महिलाओ ने वीणा उठाया है। ये दोनो विदेश महिलाए जौनपुर की महिलाओं की मदद से गोमती को स्वच्छ और निर्मल बनाने का ऐलान किया है। आज इसी कड़ी में शाहीपुल के पास गोपी घाट में एक जागरूकता गोष्ठी सम्पन्न हुई।
पीलीभीत जिले से निकलकर लखनऊ, सुल्तानपुर ,जौनपुर होते हुए गांजीपुर जिले में पहुंचकर पूरी तरह से गंगा में समाहित होने वाली गोमती नदी किसी जमाने में जौनपुर नगर वासियों के लिए लाईफ लाईन हुआ करती थी। लेकिन पिछले दो दशक से इस नदी में शहर के गंदे नाले का पानी और कुड़ा कचरा बहाने के कारण अमृत माने जाने वाली इस नदी का पानी जहर बन गया है। इस नदी का पानी पीना तो दूर की बात नहाने लायक ही नही बचा है। इसे अब प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए स्वच्छ गोमती अभियान जौनपुर और आस्टेलिया की ओ जेड ग्रीन फाउंडेशन संयुक्त रूप से मदर्स फार मदर स्लोगन के साथ एक अभियान चलाने जा रही है। ओ जेड ग्रीन फाउंडेशन की अध्यक्ष सू लेनोक्स और जोवेल ब्रिजर नगर की महिलाओ के साथ गोपी घाट पर एक जन जागरूकता गोष्ठी र्की । गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए सू लेनोक्स ने कहा कि मै पांच वर्ष पूर्व वाराणसी और जौनपुर भ्रमण करने के लिए आयी थी उस समय मुझे गंगा और गोमती दोनो नदियों भारी प्रदूषण दिखाई पड़ा। नदियों की हालत देखकर मैं काफी चिंतित हो गयी थी। मैने रिसर्च किया तो पता चला कि महिलाएं अधिक गंदगी फैलाती है। इस लिए नदियों को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने के लिए महिलाओ की भागीदारी जरूरी है। इसी कड़ी में आज एक महिला जन जागरूकता गोष्ठी की गयी।
महिलाओ ने भी माना गंदगी फैलाने में हम लोगो सबसे अधिक जिम्मेदार है। इस लिए आज से हम लोग महिलाओं को जागरूक करने काम करते हुए मां गोमती को प्रदूषण से मुक्त कराने का काम करूंगी।
पीलीभीत जिले से निकलकर लखनऊ, सुल्तानपुर ,जौनपुर होते हुए गांजीपुर जिले में पहुंचकर पूरी तरह से गंगा में समाहित होने वाली गोमती नदी किसी जमाने में जौनपुर नगर वासियों के लिए लाईफ लाईन हुआ करती थी। लेकिन पिछले दो दशक से इस नदी में शहर के गंदे नाले का पानी और कुड़ा कचरा बहाने के कारण अमृत माने जाने वाली इस नदी का पानी जहर बन गया है। इस नदी का पानी पीना तो दूर की बात नहाने लायक ही नही बचा है। इसे अब प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए स्वच्छ गोमती अभियान जौनपुर और आस्टेलिया की ओ जेड ग्रीन फाउंडेशन संयुक्त रूप से मदर्स फार मदर स्लोगन के साथ एक अभियान चलाने जा रही है। ओ जेड ग्रीन फाउंडेशन की अध्यक्ष सू लेनोक्स और जोवेल ब्रिजर नगर की महिलाओ के साथ गोपी घाट पर एक जन जागरूकता गोष्ठी र्की । गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए सू लेनोक्स ने कहा कि मै पांच वर्ष पूर्व वाराणसी और जौनपुर भ्रमण करने के लिए आयी थी उस समय मुझे गंगा और गोमती दोनो नदियों भारी प्रदूषण दिखाई पड़ा। नदियों की हालत देखकर मैं काफी चिंतित हो गयी थी। मैने रिसर्च किया तो पता चला कि महिलाएं अधिक गंदगी फैलाती है। इस लिए नदियों को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने के लिए महिलाओ की भागीदारी जरूरी है। इसी कड़ी में आज एक महिला जन जागरूकता गोष्ठी की गयी।
महिलाओ ने भी माना गंदगी फैलाने में हम लोगो सबसे अधिक जिम्मेदार है। इस लिए आज से हम लोग महिलाओं को जागरूक करने काम करते हुए मां गोमती को प्रदूषण से मुक्त कराने का काम करूंगी।