असलहा सटाकर ले उड़े पिकअप का चक्का
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जौनपुर। एक तरफ सरकार और डीजीपी प्रदेश को अपराध मुक्त करने की कवायद में तमाम प्रयास कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ इन कवायदों को धता बताते हुए बदमाश रोज नए अपराध को अंजाम देकर नई नई चुनौतियां पेश करते जा रहे हैं। इसी कड़ी मड़ियाहूं कस्बे के काजीकोट मोहल्ले में मुख्य मार्ग पर आठ सशस्त्र बदमाश रात ढाई बजे तामेश्वर जायसवाल की खड़ी पिकअप गाड़ी यूपी 66 टी 2415 का चक्का खोलने लगे। दुकान में सो रहे गाड़ी मालिक के छोटे भाई अनिल जायसवाल ने जब अंदर से विरोध कर शोर मचाना शुरू किया तो बदमाशों ने चैनल गेट के अंदर पिस्तौल डालकर गाली देते हुए कहा कि चुपचाप सो जाओ नहीं तो हमेशा के लिए सुला देंगे । इसके बाद शोर सुनकर घर और मोहल्ले वाले जागे तो बदमाशों ने पत्थरबाजी कर लोगों को घायल कर दिया। जिसमे पड़ोसी राजकुमार और महेश को काफी चोटें आई और लोग घर में घुसने को मजबूर हो गए। इसके बाद घरवाले और पड़ोसी अपने अपने छतों पर चढ़कर शोरा मचाने लगे तो बदमाशों ने असलहा दिखाकर गोली मारने की धमकी दिया और नीचे से पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया । बदमाश अपनी पिकअप में ही ईट पत्थर भर कर लाए थे। इसके बाद घर वालों ने भी साहस दिखाते हुए छत से पत्थर चलाना शुरु कर दिया, लेकिन बेखौफ बदमाशों के आगे उनकी एक न चली और बदमाश गाड़ी का एक चक्का खोल कर उठा ले गये। मौके पर पड़े ईट पत्थर और मकान पर बने पत्थरों के निशान घटना की भयावहता की गवाही दे रहे हैं । इस बीच पुलिस को फोन से सूचना दी गई लेकिन पुलिस हमेशा की तरह बदमाशों के जाने के घंटे भर बाद मौके पर पहुंची और पूछताछ कर चलती बनी । मुकदमा भी पंजीकृत नहीं किया गया है । लोगों का कहना है कि बीट बनाकर जब हल्का पुलिस के गस्त की व्यवस्था है तो पुलिस कहां सो रही थी और सूचना के बाद घटना के समय मौके पर क्यों नहीं पहुंची जबकि कोतवाली से घटनास्थल की दूरी 500 मीटर है। कसबे वासियों का आरोप है इसमें पशु चोरों की संलिप्तता थी ,जो कि पुलिस के मोटे असामी हैं ।