शहर के कई मैरिज हालो में पार्किग की व्यवस्था नहीं
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जौनपुर। मैरिज होम एवं होटलों के लिए पार्किंग व्यवस्था होना जरूरी है, लेकिन यहां तो अधिकांश में इस तरह की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। शादी एवं बड़े आयोजन के दौरान रोड पर वाहन पार्क होते हैं, जिससे जाम लगता रहता है। कई मैरिज होम ऐसे हैं जहां रोड पर वाहन पार्क होने से आवागमन बाधित रहता है और लोग जाम से जूझते रहते हैं। इस तरह के मैरिज होम संचालकों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश नहीं किए जा रहे हैं। शहर में अधिकांश होटल व मैरिज होम संचालित हैं। इनके पास चारपहिया वाहनों के लिए पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। कुछेक में तो दोपहिया वाहनों को खड़ा करने तक को पार्किंग नहीं है। ओलन्दगंज, पालिटेकनिक चैराहा, टीडी कालेज रोड पर मैरिज होम व होटल हैं, जहां रोड पर वाहन खड़े होने से जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है। कई बार तो जाम में फंसने के चलते यात्रियों की ट्रेनें भी छूट जाती हैं। इसी तरह चहारसू, स्टेशन रोड पर भी मैरिज होम हैं। यहां एक आयोजन स्थल के पास तो चार पहिया वाहन खड़े करने के लिए जगह ही नहीं है, जिससे यहां रोड पर वाहन खड़े होते हैं। वहीं अन्य मैरिज होम व होटलों के आयोजन के दौरान वाहन रोड पर खड़े होते हैं। जहां भी रोड पर वाहन पार्क होने से जाम की समस्या बनती है। मैरिज होम में रोड पर वाहन पार्क होने से लगने वाले जाम की समस्या जटिल होती जा रही है। इस तरह के मैरिज होम जिनके पास अपनी पार्किंग नहीं है और रोड पर वाहन खड़े होते हैं, की सूची प्रसाशन द्वारा बनाकर कार्रवाई की जानी चाहिए। अगर निष्पक्षता से जांच की जाय जो इसके दायरे में अधिकांश मैरिज होम आएंगे। मास्टर प्लान की जिम्मेवारी है कि नक्शा पास होने के दौरान मैरिज होम, होटलों में पार्किंग की व्यवस्था है अथवा नहीं, की जांच करे। सवाल यह है कि आखिर इन मैरिज होम के नक्शे बिना पार्किंग के कैसे पास हो गए? अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? इस तरह के तमाम सवाल हैं, जिसको लेकर मास्टर प्लान संदेह के घेरे में आ गया है। अगर निर्माण के दौरान ही इस तरफ गंभीरता दिखाई जाती तो शायद यह समस्या नहीं आती।