पुलिस ने फरियादी मासूम को बना डाला मुल्जिम
https://www.shirazehind.com/2018/02/blog-post_311.html
जौनपुर। जिले की
बरसठी थाने की पुलिस की एक ऐसी कहानी सामने आयी है जिससे एक बार फिर खाकी
दागदार होती नजर आ रही है। इस थाने की पुलिस ने बहन के साथ छेड़खानी की
तहरीर देने वाले नाबालिग को ही मुल्जिम बना दिया। जब इस बात की जानकारी
मासूम बच्चे को हुई तो उसके पैरो तले से जमीन की खिसक गयी। फिलहाल ग्राम
प्रधान के साथ वह एसडीएम कोर्ट में पहुंचकर सरेन्डर कर दिया। बेकसूर मासूम
को आरोपी बनाये जाने की खबर लगते ही तहसील परिसर में मौजूद अधिवक्ताओ और
वादकारियों ने जमकर हंगाम मचाया। एसडीएम आज कोर्ट में मौजूद न रहने के कारण
उसे जमानत नही मिल सकी है। अगली सुनवाई 9 फरवरी को होगी।
बरसठी थाना क्षेत्र के गांव का निवासी एक युवक रोजीरोटी के सिलसिले में मुंबई रहते है। घर पर उसका परिवार रहता है। करीब छह माह पूर्व उसकी बेटी के साथ कुछ युवको ने छेड़खानी किया था। पीड़ित लड़की का 13 वर्षीय छोटा भाई ने गांव के प्रधान के साथ थाने पर जाकर आरोपी के खिलाफ मुदकमा दर्ज करने के लिए लिखित तहरीर देकर वापस घर लौट आया। पुलिस इस मामले में आरोपी के खिलाफ तो कोई कार्यवाही तो नही किया उल्टे भाई के खिलाफ एसआई चंद्रशेखर सिंह ने शांतिभंग करने के आरोप चलाना एसडीएम मड़ियाहूं के कोर्ट में भेज दिया। कोर्ट ने नोटिस भेजकर आरोपियों को तामिल कराने का आदेश पुलिस को दिया। पुलिस जब सम्मन तामिल कराने उसके घर पहुंची अंकुश की उम्र देखकर होश उड़ गया। अपनी गर्दन बचाने के लिए पुलिस ने परिवार वालो को बिना कुछ बताये वापस लौटने के बाद एसडीएम को लिखित सूचना दिया कि आरोपी अपने पूरे परिवार के साथ मुंबई में रहता है।
एक सप्ताह पूर्व एसडीएम कोर्ट से पुनः जमानतीय नोटिस भेजकर आरोपियों को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया। नोटिस लेकर पुलिस सीधे आरोपियों के पहुंचकर नाबालिग छात्र को जमानत कराने लिए धमकाने लगी। पुलिस के भय से जमानत कराने के लिए नाबालिग आरोपी गांव के प्रधान व बीडीसी सदस्य के साथ गुरूवार को एसडीएम कोर्ट पहुंच गया। अधिवक्ता अभयराज सिंह ने नाबालिग का उम्र सार्टिफिकेट देख तो उसके उसकी उम्र महज 13 वर्ष पाया गया। नाबालिग को मुल्जिम बनाये जाने की खबर मिलते ही तहसील में मौजूद अधिवक्ताओ ने जमकर हंगामा किया। फिलहाल आज एसडीएम कोर्ट में मौजूद न रहने के कारण अब इस मामले की सुनवाई 9 फरवरी को की जायेगी। अधिवक्ताओ ने मांग किया कि मासूम को दोषमुक्त करते हुए आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही किया जाय।
उधर अपने विभाग की किरकिरी होता देख सीओ मड़ियाहूं रामभवन यादव ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि अब सभी थानेदारो आदेशित किया जायेगा कि किसी को फर्जी न फसाया जाय।
बरसठी थाना क्षेत्र के गांव का निवासी एक युवक रोजीरोटी के सिलसिले में मुंबई रहते है। घर पर उसका परिवार रहता है। करीब छह माह पूर्व उसकी बेटी के साथ कुछ युवको ने छेड़खानी किया था। पीड़ित लड़की का 13 वर्षीय छोटा भाई ने गांव के प्रधान के साथ थाने पर जाकर आरोपी के खिलाफ मुदकमा दर्ज करने के लिए लिखित तहरीर देकर वापस घर लौट आया। पुलिस इस मामले में आरोपी के खिलाफ तो कोई कार्यवाही तो नही किया उल्टे भाई के खिलाफ एसआई चंद्रशेखर सिंह ने शांतिभंग करने के आरोप चलाना एसडीएम मड़ियाहूं के कोर्ट में भेज दिया। कोर्ट ने नोटिस भेजकर आरोपियों को तामिल कराने का आदेश पुलिस को दिया। पुलिस जब सम्मन तामिल कराने उसके घर पहुंची अंकुश की उम्र देखकर होश उड़ गया। अपनी गर्दन बचाने के लिए पुलिस ने परिवार वालो को बिना कुछ बताये वापस लौटने के बाद एसडीएम को लिखित सूचना दिया कि आरोपी अपने पूरे परिवार के साथ मुंबई में रहता है।
एक सप्ताह पूर्व एसडीएम कोर्ट से पुनः जमानतीय नोटिस भेजकर आरोपियों को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया। नोटिस लेकर पुलिस सीधे आरोपियों के पहुंचकर नाबालिग छात्र को जमानत कराने लिए धमकाने लगी। पुलिस के भय से जमानत कराने के लिए नाबालिग आरोपी गांव के प्रधान व बीडीसी सदस्य के साथ गुरूवार को एसडीएम कोर्ट पहुंच गया। अधिवक्ता अभयराज सिंह ने नाबालिग का उम्र सार्टिफिकेट देख तो उसके उसकी उम्र महज 13 वर्ष पाया गया। नाबालिग को मुल्जिम बनाये जाने की खबर मिलते ही तहसील में मौजूद अधिवक्ताओ ने जमकर हंगामा किया। फिलहाल आज एसडीएम कोर्ट में मौजूद न रहने के कारण अब इस मामले की सुनवाई 9 फरवरी को की जायेगी। अधिवक्ताओ ने मांग किया कि मासूम को दोषमुक्त करते हुए आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही किया जाय।
उधर अपने विभाग की किरकिरी होता देख सीओ मड़ियाहूं रामभवन यादव ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि अब सभी थानेदारो आदेशित किया जायेगा कि किसी को फर्जी न फसाया जाय।