बीमार बना सकता है तापमान का उतार चढ़ाव
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जौनपुर। बदलते तापमान की वजह से शरीर को एडजस्ट करने में दिक्कत होती है। यही कारण है कि एलर्जी, बुखार, जुकाम के मरीज बढ़ रहे हैं। ब्लड प्रेशर, शुगर, हृदय रोग से पीड़ित लोगों को भी सतर्क रहना जरूरी है। दिन में भी कपड़े पूरी तरह न उतारें।सुबह-शाम तो विशेष तौर पर सतर्क रहें। यह सलाह फिजीशियन दे रहे है। बताया कि पर्याप्त नींद लें और खूब पानी पिएं। साथ ही अपनी दिनचर्या को नियमित करने के साथ हल्का व्यायाम अवश्य करें। इससे तमाम रोग दूर रहेंगे। ज्ञात हो कि मौसम के बदलाव की वजह से बीमारियां पनप रहीं हैं। आजकल हर गांव के ज्यादातर घरों में लोग वायरल फीवर की चपेट में आ गए हैं। बच्चे हों या बूढ़े सभी को जुखाम खांसी व बुखार ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। जिसके चलते मरीज अपने इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल पहुंचने लगे हैं। ज्ञात हो कि ज्यों ज्यों मौसम का मिजाज बदलता जा रहा है त्यों त्यों घर-घर परेशानियों का कहर बढ़ता जा रहा है। ऐसा कोई घर नहीं है जिस घर में एक दो लोग बीमार न पड़े हों। सबसे पहले हल्का फुल्का जुखाम होता है जिसके उपरांत हरारत होती है और धीरे-धीरे पूरे शरीर मे टूटन होकर बुखार आने लगता है। बुखार के साथ खांसी भी हो जाती है। यह हालत करीब 5-6 दिन बराबर रहती है, जिससे लोगों का जीना दूभर हो गया है। कई साल से गांवों में नहीं हुआ स्वास्थ्य परीक्षण रू काफी समय पूर्व स्वास्थ्य विभाग की टीमों का गठन करके हर गांव में भेज जाता था। जो टीम आती थी वो गांव के घर-घर जाकर सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करती थी। लेकिन अब पिछले काफी समय से किसी भी गांव में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई टीम नहीं भेजी जाती है, जिससे लोग काफी हैरान हैं। गांवो में नहीं लग रहे स्वास्थ्य शिविर रू पहले न्याय पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाता था जिससे करीब 8 से 10 गांवों के लोगों को बुलवाकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर स्लाइड्स बनाकर उनको दवा वितरित की जाती थी लेकिन अब यह शिविर गांवों में नहीं लगते हैं। लिहाजा कोई गांव ऐसा नहीं जहां पर घर घर बीमारी न फैली हो।