सफाई व्यवस्था को किया जा रहा नजरअन्दाज
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जौनपुर। जिले में सफाई सर्वेक्षण की टीम आई है और पहले की तरह सर्वेक्षण कर चली जायेगी और हो सके कि इधर उधर से नगरपालिका और और उसके कर्मचारी को फिर से सफाई में नंबर एक बना दे लेकिन जमीनी हकीकत उससे कुछ और है। शहर में नीले और हरे कूड़े रखने वाले डब्बो की तो बात बहुत दूर कूड़ा रखने के लिए कबाड़ वाला एक डब्बा भी कहीं नहीं दिख रहा है जब भी नगर पालिका से डब्बो के लिए बात की जाती है तो वह यही कहते हैं हमारे पास नये डब्बे आएंगे तो हम रखेगे । जब कुड़े के डब्बे है ही नही तो नीले हरे की बात तो बेइमानी है। शहर के हर मोहल्ले में खुले रूप से लोग कूड़ों फेंक रहे हैं जो इधर-उधर दिन भर फैला करता है । नालियां बज बजा रही है नालियों की सफाई नियमित नहीं हो रही है ।नगरपालिका में सफाई कर्मचारियों की कमी है जिनको भरा नहीं किया जा रहा है, ऐसे में डोर टू डोर कूड़ा उठाने की बात बेमानी लगती है नगर के चहारसु चैराहे ,पालेटेक्निक चैराहो पर नालियाँ ओवर हो रही हैं और ओलन्दगंज से रूहट्टा रोड पर नालियो का पानी सड़कों पर फैल रहा है । शहर के तमाम मुहल्ला मुफ्ती मोहल्ला ,ईशापुर जहांगीराबाद, दिलाजाक, ताड़तला, अबीरघर टोला ,रिजवी खाॅ शक्कर मंडी ,अजमेरी मोहल्ला,अहमद खाॅ मण्डी आदी मोहल्ले में कहीं पर भी सफाई नहीं दिखाई दे रही हे। सफाई सिर्फ कागजो पर है।