किसी भी दिन थम सकता है एसपी के गाड़ी का पहिया
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जौनपुर। योगी सरकार में अभी तक जहां जिला अस्पताल समेत कई कार्यदायी
संस्थाओ में बजट न आने के कारण संकट के बादल मडरा रहे है वही अब पुलिस
विभाग भी जद में आ गया है। किसी भी दिन थानेदार से लेकर एसपी तक के गाड़ियों
के पहिया थम जायेगा। इसकी वजह है कि पुलिस विभाग पर पेट्रोल पम्प मालिको
का एक करोड़ रूपये से अधिक कर्ज लद गया है। भुगतान न होने के कारण अब मालिको
इधन की आपूर्ति बंद करने का एल्टीमेंटम दे दिया है। हलांकि पुलिस विभाग
हेड क्वाटर को बराबर पत्र लिखकर बजट की मांग रहा है लेकिन अभी तक बजट नही
आया है।
शहर और आस-पास के थानों, पुलिस लाइन तथा जिला मुख्यालय पर निवास करने वाले
पुलिस अधीक्षक और अन्य पुलिस अधिकारियों के विभागीय वाहनों को डीजल और
पेट्रोल की आपूर्ति
वाराणसी-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर शंकरगंज स्थित एक पेट्रोल पंप से होती
है। इतना ही नहीं जिले में आने वाले 'वीवीआइपी' की फ्लीट में लगने वाले
वाहनों में इसी पंप से ईंधन भराया जाता है। गत वर्ष हुए विधान सभा चुनाव के
समय से वाहनों में उधार ही ईंधन भराया जा रहा है। धीरे-धीरे बकाया राशि
बढ़ कर एक करोड़ के आस-पास पहुंच गई है। बकाया राशि इतनी भारी-भरकम हो जाने
के चलते पेट्रोल पंप संचालक की अब उधार देने की क्षमता जवाब देने लगी है।
जिले के तहसील मुख्यालयों तथा ग्रामीणांचलों के पेट्रोल पंपों की भी जोड़े
दें तो विभाग पर उधार की राशि डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक पहुंच गई है।
पेट्रोल पंप के संचालक अरुण कुमार सिंह ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच
कर भुगतान की बाबत अपर पुलिस अधीक्षक (शहर) डा. अनिल कुमार पांडेय और सीओ
सिटी नृपेंद्र से मुलाकात की। कहा कि बकाया बहुत ज्यादा हो चुका है। पहली
बार बकाया राशि इतनी अधिक हुई है। अब और उधार देने की उनकी हैसियत नहीं रह
गई है। ऐसे में किसी भी दिन उन्हें मजबूर होकर शट डाउन करना पड़ सकता है।
अधिकारियों ने बताया कि जिले से इस संबंध में पुलिस मुख्यालय को लगातार
चिट्ठी लिखी जा रही है। जब तक फंड नहीं आ जाता वह सप्लाई जारी रख महकमे का
सहयोग करें।