विद्यालयों में तालाबंदी कर लखनऊ रवाना होंगे वित्तविहीन शिक्षक
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जौनपुर। माध्यमिक
वित्तविहीन शिक्षक, प्रधानाचार्य व प्रबन्धक महासभा द्वारा मानदेय सहित
विभिन्न मांगों को लेकर 4 दिसम्बर को लखनऊ के झूलेलाल वाटिका में आयोजित
महासम्मेलन में भाग लेने के लिए शनिवार को जिले से हजारों वित्तविहीन
शिक्षक विद्यालयों में तालाबन्दी कर रवाना होगे। महासम्मेलन में प्रतिभाग
करने वाले वाले शिक्षकों के लिए अपर शिक्षा निदेशक साहब सिंह निरंजन द्वारा
विशेष आकस्मिक अवकाश स्वीकृत किया गया है।
राधिका
बाल विद्या मंदिर पर शनिवार को आयोजित बैठक में प्रान्तीय प्रधान महासचिव
अखिलेश सिंह ने बताया कि लखनऊ के शिक्षक विधायक व महासभा के प्रदेश
अध्यक्ष उमेश द्विवेदी व शिक्षक विधायक संजय मिश्र द्वारा वित्तविहीन
शिक्षकों के सम्मान जनक मानदेय भुगतान की मांग, समान कार्य के समान वेतन व
सेवा नियमावली सहित विभिन्न मांगो को लेकर सोमवार को आयोजित उक्त
महासम्मेलन में तीन लाख शिक्षकों के पहुँचने की सम्भावना है।
प्रधान
महासचिव ने कहा कि 80 फीसद माध्यमिक शिक्षा प्रदान करने वाले वित्तविहीन
इंटर कालेजों के शिक्षकों की हालत मनरेगा मजदूरों से भी खराब है। पिछली
सरकार ने इन शिक्षकों को 800 से 1000 रुपये का शासनादेश जारी कर प्रबुद्ध
वर्ग का घोर अपमान किया। दुर्भाग्य यह भी रहा कि शिक्षकों के लिए घोषित
किया गया यह मानदेय भी जिला विद्यालय निरीक्षकों की हठधर्मिता से शिक्षकों
के खातों में नहीं पहुंच पाया। उन्होंने बताया कि
महासम्मेलन
के मुख्य अतिथि प्रदेश के शिक्षा मंत्री डा. दिनेश शर्मा होगे। साथ ही मंच
पर काबीना मंत्री रीता बहुगुणा जोशी व अन्य मंत्री भी मौजूद रहेंगे।
बैठक
को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष राजेश मिश्र ने कहा कि वित्तविहीन इंटर
कालेजों के शिक्षकों की स्थिति मनरेगा मजदूरों से भी खराब है। उन्होंने
सम्मेलन को सफल बनाने के लिये प्रधानाचार्यो व प्रबंधकों के साथ शिक्षकों
से अपील किया कि 4 दिसम्बर को विद्यालय में तालाबंदी कर सभी महाम्मेलन में
लखनऊ पहुंचे। प्रधानाचार्य महासभा के जिलाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र पाल ने कहा
कि शिक्षक हित की लड़ाई लड़ने वाले लखनऊ के शिक्षक विधायक व महासभा के प्रदेश
अध्यक्ष उमेश द्विवेदी व प्रधानाचार्य महासभा के प्रदेश अध्यक्ष शिक्षक
विधायक संजय मिश्र के नेतृत्व में सरकार 4 दिसंबर को वित्तविहीन शिक्षकों
के हित के लिए बड़ी घोषणा कर सकती है।
प्रबन्धक
महासभा के जिलाध्यक्ष नन्हकऊ गुप्ता ने कहा कि मानदेय के शासनादेश को
नियमित करते हुए शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को भी शासनादेश में सम्मिलित करते
हुए सम्मानजनक मानदेय दिया जाए। पिछली सरकार में स्वीकृत 200 करोड़ रुपये
के अंतर्गत अवशेष धनराशि के भुगतान की व्यवस्था की जाए। शिक्षकों एवं
शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की सेवा नियमावली बनाई जाए।
इस
श्रधेय गुप्ता, विकास सिंह, श्यामधर मिश्र, जय प्रकाश यादव, मनोज पटेल,
डा. रमेश वर्मा, डा. पंकज सिंह, अंकुर द्विवेदी, सुषमा पटेल, रम्भा सिंह,
सुशीला सिंह, आशा मिश्रा, मुन्नी मिश्रा आदि प्रमुख रहे। संचालन जिला
महामंत्री शरद कुमार सिंह ने किया।