अल्पसंख्यको के बच्चों के उत्थान पर परामर्श बैठक
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जौनपुर। तिलकधारी महाविद्यालय काॅलेज के बलराम सभागार
में बुद्धवार को अल्पसंख्यक बच्चों के शिक्षा कैसे प्राप्त करें, इस पर
परामर्श बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें भारत सरकार राष्ट्रीय बाल अधिकार
संरक्षण आयोग नई दिल्ली के सदस्य प्रियंक कानूनगो व जावेद मलिक सदस्य
अल्पसंख्यक शिक्षा मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार ने शिक्षा के
अधिकार अधिनियम-2009 के प्रत्येक बिन्दुओं पर प्रकाश डाला तथा लोगों से
मदरसों की समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त किया। श्री कानूनगों ने
बताया कि देश में 8.5 करोड बच्चें शिक्षा से वचित है। सरकार सभी के साथ
बराबर की शिक्षा उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है।
अपर
जिलाधिकारी भू-राजस्व रमाशंकर सिह ने कहा कि शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009
के अनुसार सभी बच्चों को बुनियादी शिक्षा अर्थात 6 से 14 वर्ष के बच्चों को
मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा देने के एवं राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा
शासन स्तर से सभी सुविधाएं उपलब्ध कराया जा रहा है।
जिला
बेसिक शिक्षा अधिकारी डा राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि अल्पसंख्यको की
शिक्षा का स्तर काफी नीचे है, यदि समाज में तरक्की करना है तो शिक्षित होना
अनिवार्य है।
धर्मगुरु महफूलुलहसन ने मदरसों के समस्याओं के बारे में विस्तार से अवगत कराया।
अल्पसंख्यक
कल्याण अधिकारी सिंह प्रताप देव ने कहा कि अच्छी बातो पर उत्साहित होकर
ताली बजा देना ही बहुत नही है यदि किसी लक्ष्य को पाने की कामना रखते है तो
उसको हासिल करना सीखो, जो समाज शिक्षित होता है। वह निश्चित रूप से तरक्की
करता है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जनपद जौनपुर के सांसद प्रतिनिधि
बांकेलाल सोनकर, मौलाना अनवार हासमी मफसूद हसन ने स्वागत गति पढकर एशमा
बाघंदी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से चन्दनराय संरक्षण अधिकारी, मुरलीधर
गिरी विधि सह-परिवीक्षा अधिकारी, अवनीशमणि त्रिपाठी, गिरीश चन्द्र मौर्य,
राकेश अस्थाना, विजय कुमार अस्थाना, विशाल सिंह, श्री प्रकाश गौतम, रवि
गुप्ता शिवयादव, रजीनकान्त मौजूद रहे। अन्त में विपिन कुमार यादव जिला
प्रोबेशन अधिकारी ने आये हुए अतिथियों के प्रतिभार व्यक्त किया।
संचालन मंजू हसन ने किया।