अमेरिकी तानाशाही बर्दाश्त नही : आरिफ हबीब
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जौनपुर। अमेरिका
द्वारा येरुशलम को इज़राइल की राजधानी की मान्यता देने की पूरी दुनिया मे
कड़ी निंदा व विरोध प्रदर्शन की कड़ी में शीराज़ ए हिन्द जौनपुर की अवाम ने
बाद नमाज़ जुमा सभा व जुलूस के माध्यम से अमेरिकी तानाशाही की कड़ी निंदा कर
जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया।
मुस्लिम यूथ
ऑर्गनाइजेशन के अध्यक्ष व मरकज़ी सीरत कमेटी के पूर्व अध्यक्ष आरिफ हबीब मरकज़ी सीरत कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व सभासद साजिद अलीम, पूर्व जनरल
सेक्रेटरी, ज़फर मसूद,पूर्व उपाध्यक्ष नेयाज ताहिर एडवोकेट, उलेमा कौंसिल
के नेता शाहनवाज़ अहमद, अब्दुल्ला अख्तर,शाहनवाज़ खान,अयाज़ ताहिर,सभासद मो0
शाहनवाज़,अशफाक मंसूरी,हाजी डॉ0 बेलाल महबूब, शमशुज़्ज़मा अंसारी सहित हज़ारो
की तायदाद में मुसलमानो ने बाद नमाज़ जुमा शाही जामा मस्जिद पर सभा कर कहाकि
अमेरिका की नाजायज़ औलाद इज़राइल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई देशों ने
मान्यता नही दी है,राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी सदैव फिलिस्तीन की
हिमायत की थी,वही अमेरिका द्वारा येरुशलम को इज़रायली राजधानी घोषित करना
पूरी दुनिया के मुसलमानो की हक़तल्फ़ी और संयुक्त राष्ट्र की खुली अवहेलना
किया है।
बैतूल मुक़द्दस(मस्जिद ए अक़्सा) से दुनिया के
तमाम मुसलमानो का दीनी और शरई रिश्ता है,पहला किबला है,अम्बिया इकराम की
सरजमीं है,हमने खिलाफत और हुकूमत की है। येरुशलम और बैतूल मुक़द्दस से हमारा
दिली और गहरा रिश्ता है।
ऐसे में हम मुसलमानाने
जौनपुर अमेरिका व इज़राइल की कड़ी निंदा व भर्त्सना करते है और अमेरिका को
चुनौती देते हैं कि अपना फैसला वापस ले और संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा
परिषद का सामना करे। अन्यथा हम चुप नही बैठेंगे।
संयुक्त
राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में आज वोटिंग हुई अमेरिका के खिलाफ 129
और अमेरिका के पक्ष में 9 वोट पड़े अब तक की अपडेट है इसको सही करने की
कृपा करें। भारत सरकार ने भी अमेरिका के खिलाफ वोटिंग की इसलिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया गया ।
जुलूस
शाही जामा मस्जिद से जब जलसे गाह कोतवाली चौराहा जा रहा था तो जुलूस में
शामिल लोग अमेरिका मुर्दाबाद,डोनाल्ड ट्रंप मुर्दाबाद, इज़राइल मुर्दाबाद का
नारा लगाकर अपने गुस्से का इजहार कर रहे थे।
हम
जमीयत उलेमा हिन्द और अन्य तंजीमों के साथ अपने को जोड़ते हुए उम्मते
मुस्लिमा से यौमे दुआ की दरख्वास्त करते है कि जब तक अमेरिका अपना फैसला
वापस ना ले दुआख्वानी और एहतेजाज करते रहेंगे।