गंदे जैविक व रासायनिक कुड़े से खुद अस्पताल हुआ विमार
https://www.shirazehind.com/2017/12/blog-post_704.html
केराकत (जौनपुर)। देश प्रदेश और जनपद में जहां
स्वच्छता अभियान को लेकर प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री जिलाधिकारी से लेकर सभी
जनप्रतिनिधि स्वच्छता को लेकर अपनी भूमिका सिद्ध करने में लगे हुए हैं वही
केराकत के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देखा गया तो मुख्य मार्ग को छोड़
कर सारे अस्पताल में जैविक व रासायनिक कूड़ा करकट से अस्पताल जगह जगह भरा
पड़ा है
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व उनकी उपकेंद्रों में जनता की स्वास्थ्य
जरूरतों की देखभाल की जाती है वही विभागीय उदासीनता के चलते कचरे का ढेर
बढ़ता ही जा रहा है अस्पताल में जगह-जगह कूड़ा करकट जमा होने के कारण
मलेरिया डेंगू व आदि प्रकार के संक्रामक रोगों को खुलेआम न्योता दिया जा
रहा है । जैविक व रासायनिक कूड़ा करकट के चलते आसपास का वातावरण दूषित
होती जा रही है । औषधि भंडार कक्ष ,पैथोलॉजी कक्ष के बगल में लोगों ने
कूड़ा घर बना लिया है जहां जैविक व रासायनिक कूड़ा भी निस्तारित किया जाता
है वही प्रसव कक्ष के बाहर गंदे सड़े कपड़े , गंदगी की वजह से संक्रामक रोग
को सीधे-सीधे न्योता दिया जा रहा है ।
बाहरी नालियों का भी बहाव अस्पताल के भीतर
नाली - नाला को देखा जाए तो लोगों ने जगह-जगह नाली नाला की
धाराएं अस्पताल के भीतर ही खोल दी है जिससे अस्पताल की दशा और भी बिगड़ गई
जबकि इसकी जानकारी अस्पताल प्रशासन को है ।
इमारतों पर पल रहे बरगद के पेड़ व पौधे , इमारत हुई जर्जर
अस्पताल की इमारत की मरम्मत व साफ सफाई न होने से धीरे-धीरे
कुछ इमारतों पर घास वह बरगद के पेड़ पौधे पल रहे हैं जिससे कुछ इमारत
क्षतिग्रस्त होकर ध्वस्त होने को है सरकारी संपत्ति का नुकसान व कई बेकसूर
गरीब मरीजों की जान जाने का डर अस्पताल प्रशासन को नहीं दिखाई दे रही ।
मुख्य फार्मासिस्ट उदयभान यादव व चिकित्सा अधीक्षक विशाल सिंह यादव से इसकी
पुष्टि की गई जिसको इन्होंने गंभीरता से नहीं लिया ।