प्रभारी के सहारे चल रहे अधिकांश जूनियर हाईस्कूल
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जौनपुर। जनपद के परिषदीय स्कूलों में पदोन्नति प्रक्रिया जिम्मेदारों की
उदासीनता की भेंट चढ़ गई है। लगभग एक हजार पद रिक्त हैं और प्रभारी के
सहारे काम चलाया जा रहा है। जिसके चलते जिले में अभी तक 2009 तक कार्यभार
ग्रहण करने वाले शिक्षक ही लाभ पा सके हैं जबकि सूबे के कई जनपदों में 2013
तक के शिक्षक प्रमोशन पाकर तीन से चार हजार रुपये प्रतिमाह अधिक वेतन ले
रहे हैं।
जिले के प्राथमिक स्कूलों के सहायक अध्यापकों के प्रमोशन का इंतजार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। यह स्थिति तब है जबकि सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा नियुक्ति के तीन वर्ष पूरा कर चुके शिक्षकों के प्रमोशन के लिए कई बार बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश दे चुके हैं। वर्तमान समय में जिले के आरटीई एक्ट के तहत स्वीकृत पद के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के 770 व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के 230 पद रिक्त है। इस प्रकार जनपद में प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत सहायक अध्यापकों की पदोन्नति के लिए कुल 1000 पद रिक्त है। यदि नियमानुसार पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी कर ली जाय तो 2012 तक जनपद में नियुक्त सहायक अध्यापक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। पदोन्नति न होने के कारण शिक्षकों को हर महीने वेतन में साढ़े चार से पांच हजार रूपये का नुकसान हो रहा है तथा प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक न होने से पठन-पाठन के साथ-साथ समय पड़ने पर आवश्यक विभागीय सूचनाओं के आदान-प्रदान और अन्य आवश्यक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। जबकि प्रदेश के कई जिलों में जहां 2013 तक नियुक्त प्राथमिक शिक्षकों को पदोन्नति मिल चुकी है वही जनपद जौनपुर में 30 जून 2009 के बाद नियुक्त प्राथमिक शिक्षकों का प्रमोशन नहीं हो सका है।
जिले के प्राथमिक स्कूलों के सहायक अध्यापकों के प्रमोशन का इंतजार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। यह स्थिति तब है जबकि सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा नियुक्ति के तीन वर्ष पूरा कर चुके शिक्षकों के प्रमोशन के लिए कई बार बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश दे चुके हैं। वर्तमान समय में जिले के आरटीई एक्ट के तहत स्वीकृत पद के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के 770 व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के 230 पद रिक्त है। इस प्रकार जनपद में प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत सहायक अध्यापकों की पदोन्नति के लिए कुल 1000 पद रिक्त है। यदि नियमानुसार पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी कर ली जाय तो 2012 तक जनपद में नियुक्त सहायक अध्यापक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। पदोन्नति न होने के कारण शिक्षकों को हर महीने वेतन में साढ़े चार से पांच हजार रूपये का नुकसान हो रहा है तथा प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक न होने से पठन-पाठन के साथ-साथ समय पड़ने पर आवश्यक विभागीय सूचनाओं के आदान-प्रदान और अन्य आवश्यक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। जबकि प्रदेश के कई जिलों में जहां 2013 तक नियुक्त प्राथमिक शिक्षकों को पदोन्नति मिल चुकी है वही जनपद जौनपुर में 30 जून 2009 के बाद नियुक्त प्राथमिक शिक्षकों का प्रमोशन नहीं हो सका है।