निरीक्षण में आईटीआई कालेजो की खुली पोल, सैकड़ो छात्रो के छात्रबृत्ति पर लगा ग्रहण
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जौनपुर। जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकरी द्वारा आज कई प्राईवेट आईटीआई कालेजो औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण पूरी पोल ही खुल गयी। निरीक्षण में आईटीआई कालेजो में उपस्थिति नाम मात्र ही रही। एक कालेज में ताला लटकता मिला। जिन कालेजो छात्र-छात्राएं उपस्थित थे उनकी उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन पर नही थी। ऐसे में भारी संख्या में छात्र-छात्राओ की छात्रबृत्ति पर ग्रहण लग गया।
जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी सुरेश कुमार मौर्य ने बताया कि आज जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी जौनपुर द्वारा दशमोत्तर छात्रवृत्ति/शुल्क प्रतिपूर्ति 2017-18 के सन्दर्भ में शैक्षिक संस्थानों नाथ निजी आई.टी.आई. महरुपुर, रामसूरत सिंह बी.टी.सी. कालेज महरुपुर, उमानाथ सिंह आई.टी.आई. एवं विजय प्रताप पालीटेक्निक जफराबाद का मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण/सत्यापन किया गया।
जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी सुरेश कुमार मौर्य ने बताया कि आज जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी जौनपुर द्वारा दशमोत्तर छात्रवृत्ति/शुल्क प्रतिपूर्ति 2017-18 के सन्दर्भ में शैक्षिक संस्थानों नाथ निजी आई.टी.आई. महरुपुर, रामसूरत सिंह बी.टी.सी. कालेज महरुपुर, उमानाथ सिंह आई.टी.आई. एवं विजय प्रताप पालीटेक्निक जफराबाद का मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण/सत्यापन किया गया।
नाथ निजी आई.टी.आई. महरुपुर में 2 ट्रेडों फीटर एवं इलेक्ट्रिशियन में कुल 756 छात्र/छात्राएं पंजीकृत पाये
गये, परन्तु मौके पर 53 छात्र/छात्राएं ही उपस्थित पाये गये। संस्था में
छात्रों की उपस्थिति पंजिका नहीं बनी है। उपस्थिति हेतु बायोमेट्रिक मशीन
लगी पायी गयी, परन्तु निरीक्षण के समय दोपहर 12 बजे तक बायोमैट्रिक में
छात्रों की उपस्थिति दर्ज नहीं की गयी थी। रामसूरत सिंह बी.टी.सी. कालेज
महरुपुर मौके पर बन्द पाया गया, जिसके कारण उक्त संस्था का स्थलीय सत्यापन
नहीं किया जा सका। उमानाथ सिंह आई.टी.आई. में इलेक्ट्रिशियन, फीटर एवं
कढ़ाई-सिलाई ट्रेड में कुल 777 छात्र/छात्राएं पंजीकृत पाये गये, जबकि मौके
पर 175 छात्र/छात्राएं उपस्थित पाये गये। बायोमैट्रिक मशीन लगी पायी गयी,
परन्तु उपस्थिति का प्रिन्ट आउट नहीं प्रस्तुत कर सके। विजय प्रताप
पालीटेक्निक, जफराबाद में डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल्स, डिप्लोमा इन मैकेनिकल
इंजीनियरिंग ट्रेडों में 249 छात्र पंजीकृत पाये गये। निरीक्षण के समय
छात्रों की प्रयोगात्मक परीक्षा संचालित होने के कारण छात्र/छात्राओं की
उपस्थिति नहीं दी गयी। उक्त समस्त शिक्षण संस्थाओं में छात्रवृत्ति
सम्बन्धी अभिलेखों का रख-रखाव सन्तोषजनक नहीं पाया गया।
दशमोत्तर छात्रवृत्ति/शुल्क प्रतिपूर्ति नियमावली के अनुसार
छात्रवृत्ति/शुल्क प्रतिपूर्ति हेतु छात्रों की 75 प्रतिशत उपस्थिति
अनिवार्य है, परन्तु निरीक्षण के समय अत्यन्त कम छात्रों की उपस्थिति पायी
गयी। इस सम्बन्ध में संस्था के प्रधानाचार्य को सख्त हिदायत दी गयी कि
छात्रवृत्ति नियमावली के अनुसार 75 प्रतिशत उपस्थिति वाले छात्र/छात्राओं
के ही आवेदन पत्र अग्रसारित करें, 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले
छात्र/छात्राओं के आवेदन पत्र कतई अग्रसारित न करें। साथ ही यह भी हिदायत
दी गयी कि शैक्षिक सत्र 2016-17 में जिन छात्र/छात्राओं की
छात्रवृत्ति/शुल्क प्रतिपूर्ति उनके खाते में प्राप्त हुई थी, परन्तु वे
वार्षिक परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुए, से छात्रवृत्ति नियमावली के अनुसार
छात्रवृत्ति/शुल्क प्रतिपूर्ति की धनराशि वसूल कर विभागीय प्राप्ति
लेखाशीर्षक में जमा कराना सुनिश्चित करें।