शिराज ए हिन्द डाॅट काम का सनसनीखेज खुलासा: जानिये चार कर्मचारियो ने क्यो किया वीआरएस का आवेदन
https://www.shirazehind.com/2017/12/blog-post_397.html
जौनपुर। कलेक्ट्रेट के चार कर्मचारी वीआरएस का आवेदन देकर घर बैैठ गये है और नौ कर्मचारी को दण्ड दिया गया है। चार कर्मचारी अपने आप को अस्वस्थ्य बताकर छुट्टी ले लिया है। एक साथ चार कर्मचारियो द्वारा स्वच्छिक सेवा निवृत्ती लेने की खबर मिलते ही कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। जब पूरी तरह से स्वस्थ्य कर्मचारियो द्वारा बीआरएस लेने की जानकारी शिराज ए हिन्द डाॅट को हुआ तो कर्मचारियों से बातचीत किया गया। किसी कर्मचारी ने अपनी जुबान नही खोली।एक विश्वस्त सूत्र ने बताया कि डीएम साहब कर्मचारियो को अनायास प्रताड़ित करते थे और अधिकारियो की कमजोरी की खीज हम लोगो पर उतारते रहे है। जिस गलती के लिए चेतावनी और फटकार लगानी चाहिए उस गलती सजा वेतन और दो इक्रीमेंट रोककर भारी दण्ड दिया गया है । यह वही कहावत चरितार्थ कर रहे थे मुरई चोर का गर्दन तलवार से काट दिया गया।
कलेक्ट्रेट के अंग्रेजी अभिलेखागार में तैनात विजय कुमार, इसी विभाग के बाबू मुईज खा, राजस्व सहायक (आर ए) व प्रशासनिक अधिकारी अखिलेश श्रीवास्तव और प्रशासनिक अधिकारी एवं नाजिर राकेश श्रीवास्तव ने वीआरएस लेने का आवेदन कमीशनर वाराणसी को देने के बाद मेडिकल की छुट्टी का प्रार्थना पत्र देकर घर बैठ गये है। उधर मड़ियाहूं एसडीएम के पेशकार ज्ञानचंद्र मौर्या का दो वेतन बृद्धि परमानेंट रोक दिया गया है , ,बदलापुर में तैनात बाबू मामून खान, रिकार्ड रूम में तैनात राजेन्द्र सिंह और सदर तहसील में तैनात प्रमोद श्रीवास्तव को दण्डित किया गया है,मछलीशहर में तैनात ब्रजेश श्रीवास्तवको दण्डित किया गया है , शाहगंज के राजबहादुर प्रजापति, मछलीशह के सत्येद्र सिंह को दण्डित किया गया है, सदर तहसील के नाजिर इन्द्रभूषण राय को दण्डित किया गया है। भानु श्रीवास्तव , राकेश श्रीवास्तव , मुइज़ खान और विजय कुमार मेडिकल लीव पर चले गए है। खबर यह भी है कि मेडिकल लीव लेने वालो कर्मचारियों के स्वस्थ का चेकअप के लिए डीएम ने सीएमओ को पत्र लिखा है। जिससे से यह पता चल सके की छुट्टी लेने वाले कर्मचारियों की तबियत वास्तव में ख़राब है या बहाना बनाकर छुट्टी ले ली है। एक साथ चार कर्मचारियो द्वारा वीआरएस लेना जौनपुर के कलेक्ट्रेट के इतिहास में पहला वाक्या है। वीआरएस लेने की खबर मिलते ही शिराज ए हिन्द डाॅट काम ने कर्मचारियो से सम्पर्क करना शुरू किया। सूत्र ने बताया कि डीएम साहब अधिकारियो के कजोरी की सजा सम्बधित बाबू को देते थे। जिस गलती की सजा फटकार और चेतवानी देकर छोड़ना चाहिए था उसकी सजा प्रतिकूल प्रविष्टि व दो वेतन बृद्धि रोककर भारी दण्ड दिया गया । जिसके कारण अच्छे खासे स्वस्थ्य चार कर्मचारियों ने वीआरएस ले लिया तमाम लोग बचने के लिए मेडिकल लीव ले लिया है।
कलेक्ट्रेट के अंग्रेजी अभिलेखागार में तैनात विजय कुमार, इसी विभाग के बाबू मुईज खा, राजस्व सहायक (आर ए) व प्रशासनिक अधिकारी अखिलेश श्रीवास्तव और प्रशासनिक अधिकारी एवं नाजिर राकेश श्रीवास्तव ने वीआरएस लेने का आवेदन कमीशनर वाराणसी को देने के बाद मेडिकल की छुट्टी का प्रार्थना पत्र देकर घर बैठ गये है। उधर मड़ियाहूं एसडीएम के पेशकार ज्ञानचंद्र मौर्या का दो वेतन बृद्धि परमानेंट रोक दिया गया है , ,बदलापुर में तैनात बाबू मामून खान, रिकार्ड रूम में तैनात राजेन्द्र सिंह और सदर तहसील में तैनात प्रमोद श्रीवास्तव को दण्डित किया गया है,मछलीशहर में तैनात ब्रजेश श्रीवास्तवको दण्डित किया गया है , शाहगंज के राजबहादुर प्रजापति, मछलीशह के सत्येद्र सिंह को दण्डित किया गया है, सदर तहसील के नाजिर इन्द्रभूषण राय को दण्डित किया गया है। भानु श्रीवास्तव , राकेश श्रीवास्तव , मुइज़ खान और विजय कुमार मेडिकल लीव पर चले गए है। खबर यह भी है कि मेडिकल लीव लेने वालो कर्मचारियों के स्वस्थ का चेकअप के लिए डीएम ने सीएमओ को पत्र लिखा है। जिससे से यह पता चल सके की छुट्टी लेने वाले कर्मचारियों की तबियत वास्तव में ख़राब है या बहाना बनाकर छुट्टी ले ली है। एक साथ चार कर्मचारियो द्वारा वीआरएस लेना जौनपुर के कलेक्ट्रेट के इतिहास में पहला वाक्या है। वीआरएस लेने की खबर मिलते ही शिराज ए हिन्द डाॅट काम ने कर्मचारियो से सम्पर्क करना शुरू किया। सूत्र ने बताया कि डीएम साहब अधिकारियो के कजोरी की सजा सम्बधित बाबू को देते थे। जिस गलती की सजा फटकार और चेतवानी देकर छोड़ना चाहिए था उसकी सजा प्रतिकूल प्रविष्टि व दो वेतन बृद्धि रोककर भारी दण्ड दिया गया । जिसके कारण अच्छे खासे स्वस्थ्य चार कर्मचारियों ने वीआरएस ले लिया तमाम लोग बचने के लिए मेडिकल लीव ले लिया है।