प्राथमिक शिक्षा की गुणवक्ता में आया सुधार, इग्लिश मीडियम से दी जा रही है तालिम
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जौनपुर। सरकारी स्कूलो में प्राथमिक शिक्षा की गुणवक्ता में सुधार होता जा रहा है।
अब इन स्कूलो में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओ को इग्लिश मीडिया से शिक्षा दी
जा रही है। जिसका परिणाम है कि अब बच्चे कान्वेंट स्कूलो के छात्रो की तरह
अंग्रेजी फर्राटे से बोल रहे है और पढ़ रहे। शिक्षको ने अपने
मेहनत से बच्चो को इग्लिश मीडियम से पढ़ा रहे है। जिसका परिणाम है जिस स्कूल
से अभिभावक और बच्चे मुंह मोड़ चुके है उस विद्यालय में आज छात्रो को बैठने
की जगह नही मिल रही है।
अब गरीबो के बच्चे भी इग्लिश माध्यम से पढ़ाई कर सकेगें वह भी मुफ्त में। यह बदलाव कोई एनजीओ ने नही बल्की वही सरकारी प्राथमिक विद्यालयो के शिक्षको ने कर दिखाया है। इसकी बानगी देखने को मिल रही है जौनपुर नगर सीमा से सटे सिरकोनी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर में। प्रधानाध्यापिका सरिता महेन्द्र सिंह, सहायक अध्यापक पवन सिंह, अमृता सिंह, शेखर श्रीवास्तव, विनोद कुमार की अच्छी सोच के कारण यहां का माहौल पूरी तरह से किसी प्राईवेट कान्वेंट स्कूल तरह हो गया है। इस स्कूल के बच्चे टाट पट्टी पर नही बल्की उच्चकोटि के डेस्क बेंच पर बैठकर पढ़ाई कर रहे है। यहां पर तैनात टीचर कान्वेंट स्कूलो की तर्ज पर इग्लिश मीडियम से छात्र-छात्राओ को पढ़ा रहे है। इस स्कूल के बच्चे जहां हिन्द, मैथ समेत अन्य विषयो का शिक्षा प्राप्त कर रहे वही फर्राटे से इग्लिश पढ़ रहे है। सभी बच्चे दिनो के नाम सन डे, मन डे लिख रहे, बोल रहे है वही पोयम भी बेहिचक सुना रहे है। सब्जियो का नाम इग्लिश में लिख रहे है। इतना ही नही छात्र-छात्राएं स्कूल में आने वाले शिक्षको अभिभावको का अभिवादन इग्लिश में ही गुड मार्निगं गुड, गुड आफटर नून बोलकर करते है। शिक्षको की मेहनत के कारण आज स्कूल में बच्चो की संख्या बढ़ गयी है। शिक्षा की गुणवक्ता में सुधार होने से अब प्राथमिक विद्यालयो का दिन फिर से लौटता दिखाई पड़ रहा है।
अब गरीबो के बच्चे भी इग्लिश माध्यम से पढ़ाई कर सकेगें वह भी मुफ्त में। यह बदलाव कोई एनजीओ ने नही बल्की वही सरकारी प्राथमिक विद्यालयो के शिक्षको ने कर दिखाया है। इसकी बानगी देखने को मिल रही है जौनपुर नगर सीमा से सटे सिरकोनी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय सुल्तानपुर में। प्रधानाध्यापिका सरिता महेन्द्र सिंह, सहायक अध्यापक पवन सिंह, अमृता सिंह, शेखर श्रीवास्तव, विनोद कुमार की अच्छी सोच के कारण यहां का माहौल पूरी तरह से किसी प्राईवेट कान्वेंट स्कूल तरह हो गया है। इस स्कूल के बच्चे टाट पट्टी पर नही बल्की उच्चकोटि के डेस्क बेंच पर बैठकर पढ़ाई कर रहे है। यहां पर तैनात टीचर कान्वेंट स्कूलो की तर्ज पर इग्लिश मीडियम से छात्र-छात्राओ को पढ़ा रहे है। इस स्कूल के बच्चे जहां हिन्द, मैथ समेत अन्य विषयो का शिक्षा प्राप्त कर रहे वही फर्राटे से इग्लिश पढ़ रहे है। सभी बच्चे दिनो के नाम सन डे, मन डे लिख रहे, बोल रहे है वही पोयम भी बेहिचक सुना रहे है। सब्जियो का नाम इग्लिश में लिख रहे है। इतना ही नही छात्र-छात्राएं स्कूल में आने वाले शिक्षको अभिभावको का अभिवादन इग्लिश में ही गुड मार्निगं गुड, गुड आफटर नून बोलकर करते है। शिक्षको की मेहनत के कारण आज स्कूल में बच्चो की संख्या बढ़ गयी है। शिक्षा की गुणवक्ता में सुधार होने से अब प्राथमिक विद्यालयो का दिन फिर से लौटता दिखाई पड़ रहा है।
ऐसे गुणी अध्यापकों को इसके लिए शुभकामनायें एंव आभार ।
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