ठंड हुई जानलेवा, विद्यालयों में अब तक नहीं बंटे स्वेटर
https://www.shirazehind.com/2017/12/blog-post_312.html?m=0
जौनपुर। मौसम का मिजाज तीन दिनों से अचानक बदल गया है। पारा गिरने के
साथ ही सर्द हवाएं जानलेवा हो गई हैं। वहीं दूसरी तरफ परिषदीय स्कूलों में
अभी तक स्वेटर व जूता-मोजा का वितरण नहीं हो पाया है। गरीब-गुरबों के बच्चे
ठिठुरते हुए स्कूल जाने को विवश हैं।
सूबे की सरकार द्वारा दो-दो ड्रेस के अतिरिक्त इस साल से ठंड से बचाने के लिए स्वेटर, एक जोड़ी जूता व दो जोड़ी मोजा वितरित किया जाना है। वितरण में पारदर्शिता और गुणवत्ता का हवाला देते हुए आपूर्ति के लिए जनपद स्तर पर वितरण की व्यवस्था न करके प्रदेश मुख्यालय पर ही टेंडर की प्रक्रिया अपनाई गई।
जनपद के परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत 3.62 लाख छात्रों को स्वेटर व जूता, मोजा का वितरण किया जाना है। टेंडर प्रक्रिया निरस्त होने के कारण जहां स्वेटर नहीं भेजा गया वहीं आपूर्तिकर्ताओं ने जनपद के सभी ब्लाकों में जूते की तो आपूर्ति कर दिया है लेकिन सिर्फ सिकरारा ब्लाक में मोजा भेजा गया है। जिले के अन्य ब्लाकों में मोजा आने के इंतजार में जूते का वितरण नहीं किया जा रहा है। कड़ाके की ठंड में स्वेटर न मिलने के कारण तमाम गरीबों के बच्चे ठिठुरते हुए विद्यालय आ रहे हैं।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि प्रदेश मुख्यालय से ही सामानों की आपूर्ति करना है। छात्र संख्या के हिसाब से जूता तो आ गया है लेकिन अभी तक एक ब्लाक को छोड़कर मोजा नहीं आया है। वहीं टेंडर न होने के कारण स्वेटर अभी नहीं आया है। उपलब्ध होते वितरण करा दिया जाएगा।
सूबे की सरकार द्वारा दो-दो ड्रेस के अतिरिक्त इस साल से ठंड से बचाने के लिए स्वेटर, एक जोड़ी जूता व दो जोड़ी मोजा वितरित किया जाना है। वितरण में पारदर्शिता और गुणवत्ता का हवाला देते हुए आपूर्ति के लिए जनपद स्तर पर वितरण की व्यवस्था न करके प्रदेश मुख्यालय पर ही टेंडर की प्रक्रिया अपनाई गई।
जनपद के परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत 3.62 लाख छात्रों को स्वेटर व जूता, मोजा का वितरण किया जाना है। टेंडर प्रक्रिया निरस्त होने के कारण जहां स्वेटर नहीं भेजा गया वहीं आपूर्तिकर्ताओं ने जनपद के सभी ब्लाकों में जूते की तो आपूर्ति कर दिया है लेकिन सिर्फ सिकरारा ब्लाक में मोजा भेजा गया है। जिले के अन्य ब्लाकों में मोजा आने के इंतजार में जूते का वितरण नहीं किया जा रहा है। कड़ाके की ठंड में स्वेटर न मिलने के कारण तमाम गरीबों के बच्चे ठिठुरते हुए विद्यालय आ रहे हैं।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि प्रदेश मुख्यालय से ही सामानों की आपूर्ति करना है। छात्र संख्या के हिसाब से जूता तो आ गया है लेकिन अभी तक एक ब्लाक को छोड़कर मोजा नहीं आया है। वहीं टेंडर न होने के कारण स्वेटर अभी नहीं आया है। उपलब्ध होते वितरण करा दिया जाएगा।