बाइक सवार पुलिस को चकमा देकर भागा , खामियाजा ग्रामप्रधान को भुगतना पड़ा
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खेतासराय (जौनपुर)।अपनी
नाकामी पर पर्दा डालने के लिए पुलिस कभी कभी अपना गुस्सा दूसरों पर उतारने
लगती है।गुरुवार को सायं वाहन चेकिंग के दौरा खेतासराय में कुछ ऐसा ही
दिखाई दिया।वाहन चेकिंग के दौरान एक बाइक सवार पुलिस को चकमा देकर भाग तो
लिया , लेकिन उसका खामियाजा भागे युवक के गांव के प्रधान को भुगतना
पड़ा।झल्लाए पुलिस ने ग्राम प्रधान की बाइक खड़ी करा लियाऔर दूसरे दिन
प्रधान की बाइक का चालान काट दिया।
गुरुवार को सायं
पुलिस बूथ पर थाने के उप निरीक्षक कमलेश कुमार हमराहियों के साथ वाहन
चेकिंग कर रहे थे।तभी बाजार आये तारगहना गांव के किसी युवक की बाइक पुलिस
ने रोकवा लिया। नायब दरोगा को कागजात दिखाने को कहा।गाड़ी का कागज न रहने
पर वह पुलिस के सामने गिड़गिड़ाने लगा।इस दौरान चौराहा के पास उसके गांव
तारगहना के प्रधान मंगला प्रसाद मिल गये।सिफारिश में प्रधान बूथ में बैठे
नायब दरोगा कमलेश कुमार के पास पहुंच गये।प्रधान से गाड़ी का कागज मंगवाने
को कहा गया।
इस दौरान मौका पाकर युवक बाइक लेकर भाग
लिया। चौराहे पर खड़ी आधा दर्जन पुलिस देखती रह गयी।इस पर झल्लाई पुलिस ने
ग्राम प्रधान मंगला प्रसाद की बाइक खड़ी करवा लिया।प्रधान नायब दरोगा से
अनुनय विनय करते रहे ,लेकिन वह अपनी बातों के आगे प्रधान की एक भी बात मानने
को तैयार नहीं थे।पुलिस कहना था कि प्रधान ने ही उस युवक को गाड़ी लेकर भगा
दिया।जबतक प्रधान गाड़ी नहीं मंगवाते उनकी बाइक नहीं छोड़ी जायेगी।प्रधान
अपनी सफाई देते रहे पर पुलिस अपनी ही बात कहती रही।अंत में प्रधान अपनी
बाइक की चालान काटने को कहने लगे।ताकि चालान कटने के बाद उनकी बाइक मिल
जाती।उस दौरान पुलिस उस पर भी तैयार नहीं हुई।आखिरकार प्रधान को रात्रि में
घर जाने के लिए किसी और की मदद लेनी पड़ी।शुक्रवार को सुबह जब प्रधान थाने
गये तो सारे कागजात रहने के बावजूद पुलिस ने उनकी बाइक का चालान काटने के
बाद बाइक उनके हवाले किया।