239 टीमों ने 11950 घरों में जाकर परीक्षण किया
https://www.shirazehind.com/2017/12/239-11950.html
जौनपुर। पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के तहत सघन टीबी
खोज अभियान का मंगलवार को शुभारंभ हुआ। पहले दिन 239 टीमों ने 11950 घरों
में जाकर परीक्षण किया। जांच में पाजिटिव मिलने पर 48 घंटे के भीतर मुफ्त
उपचार शुरू कर दिया जाएगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आरके सिंह ने बताया कि जिले की आबादी का दस प्रतिशत यानी पांच लाख आबादी संभावित टीबी से पीड़ितों की एक्टिव केस अभियान के तहत खोज की जाएगी। इसके लिए 239 टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों के पर्यवेक्षण हेतु 39 पर्यवेक्षक व गहन मानीट¨रग के लिए 21 एमओटीसी सहित स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारियों को लगाया गया है। एक टीम एक दिन में चिन्हित आबादी वाले क्षेत्रों के 50 घरों में जांच कर रही है। क्षय रोग का लक्षण मिलने पर संभावित व्यक्ति का बलगम लिया जाएगा और एक खाली डिब्बी देकर दूसरे दिन बलगम एकत्र किया जाएगा। जांच में पाजिटिव आने पर 48 घंटे के भीतर मुफ्त उपचार शुरू कर दिया जाएगा। एक पखवारे तक चलने वाले अभियान में प्राइवेट चिकित्सकों को भी जोड़ा गया है।
उन्होंने बताया कि दो सप्ताह से ज्यादा खांसी, बुखार, रात में पसीना आना, वजन कम होना, भूख कम होना, बलगम में खून आने की शिकायत वाले व्यक्तियों को टीम द्वारा चिन्हित करते हुए उनके बलगम की जांच नजदीक के माइक्रोस्कोपी केंद्र पर करने की व्यवस्था है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आरके सिंह ने बताया कि जिले की आबादी का दस प्रतिशत यानी पांच लाख आबादी संभावित टीबी से पीड़ितों की एक्टिव केस अभियान के तहत खोज की जाएगी। इसके लिए 239 टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों के पर्यवेक्षण हेतु 39 पर्यवेक्षक व गहन मानीट¨रग के लिए 21 एमओटीसी सहित स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारियों को लगाया गया है। एक टीम एक दिन में चिन्हित आबादी वाले क्षेत्रों के 50 घरों में जांच कर रही है। क्षय रोग का लक्षण मिलने पर संभावित व्यक्ति का बलगम लिया जाएगा और एक खाली डिब्बी देकर दूसरे दिन बलगम एकत्र किया जाएगा। जांच में पाजिटिव आने पर 48 घंटे के भीतर मुफ्त उपचार शुरू कर दिया जाएगा। एक पखवारे तक चलने वाले अभियान में प्राइवेट चिकित्सकों को भी जोड़ा गया है।
उन्होंने बताया कि दो सप्ताह से ज्यादा खांसी, बुखार, रात में पसीना आना, वजन कम होना, भूख कम होना, बलगम में खून आने की शिकायत वाले व्यक्तियों को टीम द्वारा चिन्हित करते हुए उनके बलगम की जांच नजदीक के माइक्रोस्कोपी केंद्र पर करने की व्यवस्था है।