सांसद आर्दश ग्राम आरा के लोगो का सपना हुआ चकनाचूर , तीन दीपावली बीतने के बाद भी नहीं बदली सूरत
https://www.shirazehind.com/2017/10/blog-post_792.html
जौनपुर। प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी योजना सांसद आर्दश ग्राम योजना मछलीशहर संसदीय क्षेत्र में पूरी तरह से फ्लाफ साबित हुआ। यहां सांसद द्वारा गोद लिये गये आरा गांव आज तीन वर्ष बीतने के बाद भी अपनी बदहली पर आशू बहा रहा है। गांव के लोगो रोना है कि हमारे गांव की सूरत बदलना तो दूर की बात सांसद की आज तक हम लोग दीदार भी नही कर पाये है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 11 अक्टूबर 2014 को प्रारंभ की गई सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) का उद्देश्य गांवों और वहाँ के लोगों में उन मूल्यों को स्थापित करना है जिससे वे स्वयं के जीवन में सुधार कर दूसरों के लिए एक आदर्श गांव बने। जिससे लोग उनका अनुकरण उन बदलावों को स्वयं पर भी लागू करें। यह योजना संसद के दोनों सदनों के सांसदों को प्रोत्साहित करती है कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र के कम से कम एक गांव की पहचान करें और 2016 तक एक आदर्श गांव उसका विकास करें। और 2019 दो और गांवों को शामिल करते हुए देश भर में फैले 6 लाख गांवों में से 2,500 से अधिक गांवों को इस योजना का हिस्सा बनाएं।
मछलीशहर के भाजपा सांसद रामचरित्र निषाद ने आदर्श ग्राम के लिए आरा ग्राम सभा को गोद लिया। करीब आठ हजार आबादी वाले इस आर्दश गांव में 90 फीसदी लोग पिछड़ी जाति के है। जब सांसद ने इस गांव को गोद लेने का ऐलान किया था उस समय गांव में दीपावली जैसा माहौल दिखाई पड़ा था। लोगो ने सपना देखा था कि हमारा गांव भी शहरो की तरह रात में जगमगायेगा। सड़क नाली और पानी की मुक्कम व्यवस्था होगी। गांव अस्पताल स्थापित होगा। लाईब्रेरी बनेगी स्कूल स्थापित होगे। जिससे कारण हमारे गांव के लोग पढ़ाई और दवाई के लिए बाहर नही जाना पड़ेगा। तीन वर्ष पूरे होने के बाद भी गांव की सूरत नही बदली है। बस पानी सप्लाई के लिए एक पानी की टंकी का निर्माण हो रहा है। उसका निर्माण सन् 2018 तक पूरा होने की उम्मीद है। सांसद ने रौशनी के लिए 9 सोलर लाइट लगवाया है। ग्रामीणो का रोना है कि हमने जो सपना देखा वह अब चकनाचूर हो गया है। तमाम लोगो का आरोप है कि हमारे गांव की तस्वीर बदलने तो दूर की बात आज तक हमने सांसद का चेहरा तक नही दिखा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 11 अक्टूबर 2014 को प्रारंभ की गई सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) का उद्देश्य गांवों और वहाँ के लोगों में उन मूल्यों को स्थापित करना है जिससे वे स्वयं के जीवन में सुधार कर दूसरों के लिए एक आदर्श गांव बने। जिससे लोग उनका अनुकरण उन बदलावों को स्वयं पर भी लागू करें। यह योजना संसद के दोनों सदनों के सांसदों को प्रोत्साहित करती है कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र के कम से कम एक गांव की पहचान करें और 2016 तक एक आदर्श गांव उसका विकास करें। और 2019 दो और गांवों को शामिल करते हुए देश भर में फैले 6 लाख गांवों में से 2,500 से अधिक गांवों को इस योजना का हिस्सा बनाएं।
मछलीशहर के भाजपा सांसद रामचरित्र निषाद ने आदर्श ग्राम के लिए आरा ग्राम सभा को गोद लिया। करीब आठ हजार आबादी वाले इस आर्दश गांव में 90 फीसदी लोग पिछड़ी जाति के है। जब सांसद ने इस गांव को गोद लेने का ऐलान किया था उस समय गांव में दीपावली जैसा माहौल दिखाई पड़ा था। लोगो ने सपना देखा था कि हमारा गांव भी शहरो की तरह रात में जगमगायेगा। सड़क नाली और पानी की मुक्कम व्यवस्था होगी। गांव अस्पताल स्थापित होगा। लाईब्रेरी बनेगी स्कूल स्थापित होगे। जिससे कारण हमारे गांव के लोग पढ़ाई और दवाई के लिए बाहर नही जाना पड़ेगा। तीन वर्ष पूरे होने के बाद भी गांव की सूरत नही बदली है। बस पानी सप्लाई के लिए एक पानी की टंकी का निर्माण हो रहा है। उसका निर्माण सन् 2018 तक पूरा होने की उम्मीद है। सांसद ने रौशनी के लिए 9 सोलर लाइट लगवाया है। ग्रामीणो का रोना है कि हमने जो सपना देखा वह अब चकनाचूर हो गया है। तमाम लोगो का आरोप है कि हमारे गांव की तस्वीर बदलने तो दूर की बात आज तक हमने सांसद का चेहरा तक नही दिखा है।