दीपावली पर पटाखा व झालरों की रही धूम
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मिर्जापुर। दीपावली पर यदि धूम धड़ाका न हो तो त्योहार का मजा ही नहीं है। बच्चे से लेकर बड़े तक इन दिनों पटाखा की खरीदारी मंे जुट गये है। जिला प्रशासन द्वारा तीन दर्जन दुकानों को पटाखा का लाइसेंस दिया गया है। पटाखा की कीमत दो रूपये से लेकर दस हजार रूपये तक है। बच्चों की डिमाण्ड काग, एटम बम, मिसाइल की अधिक रहती है। हालांकि जिला प्रशासन सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। राजकीय इंटर कालेज के सामने मैदान पटाखों की दुकाने लगाई गई। लेकिन पटाखा हर जगह बिक रहा है। एक व्यापारी ने बताया कि मंहगाई की मार पटाखा के कारोबार पर भी पड़ा है। यह तो सीजनल कारोबार है। सरकार ध्यान नहीं दे रही है।
कभी दीप पर्व रहे दीपावली के आगमन के साथ ही अब मिट्टी से बने दीपकों की बजाएं बाजारों में इलेक्ट्रानिक दुकानों पर एलईडी झालरें लोगो को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। बाजार में अपेक्षाकृत कम दामों पर उपलब्ध इन झालरों से लोगो के घरों को जगमग-जगमग करेंगी।
बाजार में ग्राहकों को लुभाने के लिए इस बार तमाम कंपनियों ने एलईडी की रेंज निकाली है। ऐसी झालरों को खरीदने के लिए उपभोक्ता भी जेब ढीली कर रहा है। तरह-तरह की झालरों को उपभोक्ता पसंद कर रहा है और अभी से अपनी मकानों की रौनक बढ़ाने के लिए खरीद भी रहा है। बाजार में उपलब्ध चाइना मेड झालरें उपभोक्ता की पहली पसंद बनी हुई है। क्योंकि दाम में कम होने के साथ ही रोशनी भी भरपुर है।
कभी दीप पर्व रहे दीपावली के आगमन के साथ ही अब मिट्टी से बने दीपकों की बजाएं बाजारों में इलेक्ट्रानिक दुकानों पर एलईडी झालरें लोगो को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। बाजार में अपेक्षाकृत कम दामों पर उपलब्ध इन झालरों से लोगो के घरों को जगमग-जगमग करेंगी।
बाजार में ग्राहकों को लुभाने के लिए इस बार तमाम कंपनियों ने एलईडी की रेंज निकाली है। ऐसी झालरों को खरीदने के लिए उपभोक्ता भी जेब ढीली कर रहा है। तरह-तरह की झालरों को उपभोक्ता पसंद कर रहा है और अभी से अपनी मकानों की रौनक बढ़ाने के लिए खरीद भी रहा है। बाजार में उपलब्ध चाइना मेड झालरें उपभोक्ता की पहली पसंद बनी हुई है। क्योंकि दाम में कम होने के साथ ही रोशनी भी भरपुर है।