दम तोड़ रहा नेहरू युवा केन्द्र, भेजी जा रही फर्जी रिपोर्ट
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जौनपुर। मानव संसाधन एवं खेल मंत्रालय की ओर से संचालित नेहरू युवा केंद्र की ओर से युवा मंडलों का गठन तो किया गया लेकिन शासन से महत्व न मिलने से संगठन के युवा गांवों में निष्क्रिय हो गए हैं। मानदेय में रखे गए युवा स्वयं सेवक भी विभाग की ओर से बताई गई फर्जी रिपोर्ट को ही भेज कर खानापूर्ति कर लेते हैं। जबकि की हकीकत कुछ और ही बयां करती है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से नेहरू युवा केंद्र का संचालन किया जाता है। प्रत्येक गांव में युवाओं का संगठन खड़ा कर केंद्र सरकारी की ओर से संचालित लाभकारी योजनाओं व विकास कार्यों पर नजर रखने व उसकी रिपोर्ट भेजने का काम कराया जाता है। सरकारी विभाग इन युवकों से कोई रचनात्मक कार्य नहीं करा रहा। इससे नेहरू युवा केंद्र अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। प्रत्येक गांव में एक टीम गठित कर कम से कम गांव के दस युवाओं को उससे जोड़ा जाता है। इनको रिपोर्ट भेजने के साथ-साथ गांव में जो युवा नशा, जुआं सहित गलत कामों में लिप्त हो जाते हैं, उनको भी सही रास्ते में लाने का काम युवा मंडल का होता है। युवा मंडल की ओर से भेजी गई रिपोर्ट को शासन व प्रशासन कोई महत्व नहीं देता है। इससे यह युवा शक्ति सुस्त पड़ गई है। केंद्र सरकार की ओर से संचालित जनधन योजना, डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, अटल पेंशन योजना, मुद्रा बैंक, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना सहित अन्य योजनाओं में जिले में कोई कार्य नहीं हो रहा। इसके बाद भी बैंक कर्मचारी एनवाईवी को फर्जी रिपोर्ट देकर उनके माध्यम से शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। एनवाईवी भी गांव में जाकर योजनाओं की हकीकत से रूबरू न होकर अधिकारियों की रिपोर्ट को ही सही मान कर शासन को भेज रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर नेहरू युवा केंद्र के युवाओं को सक्रिय किया जाए तो गांवों का विकास पचास फीसदी बढ़ जाएगा। ज्ञात हो कि कई मरतबा बैठकों में युवाओं को सक्रिय करने की बात रखी गई है। इसके बाद भी अधिकारियों की ओर से नेहरू युवा केंद्र के युवाओं को कोई महत्व नहीं दिया जाता है। शासन को भी इसके लिए पत्र लिखा जा चुका है। अधिकारियों की ओर से युवाओं का सहयोग न करने से नेहरू युवा केंद्र दम तोड़ रहा है।