दीपावली पर जुआडियों का रहा बम-बम, हारने वाले हुए बेदम
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मिर्जापुर। दीपावाली के नाम पर गाॅव व शहर के चट्टी चौराहा, गली एवं मोहल्लों में जुओ का फड़ जमा रहा कानून व्यवस्था के नाम पर डण्डा भले पटका गया हो लेकिन लक्ष्मी के पर्व पर कई लोग तास के 52 पत्तो के खेल में कंगाल हो गये।
बदलते दौर में त्योहार का रंगरूप बदलता जा रहा है कभी चोरी छिपे खेला जाने वाला जुआ इस बार त्यौहार पर खुलेआम गली एवं सड़को के किनारे जमकर खेला गया। पुलिस से बेखौफ जुआड़ियों ने गलियों में बैठकर ही लाखों का वारा न्यारा कर दिया। शहर के इमली महादेव, भैरो नाथ की गली, घंटाघर, वासलीगंज, नारघाट, लालडिग्गी, मुकेरी बाजार, मकरी खोह, इमलहा, बदली घाट, सबरी, लोहदी, कटरा बाजीराव, रतनगंज, दुर्गा बाजार, स्टेशन रोड़ समेत तमाम बाजारों एवं गली कुचो के अलावा परमान पट्टी, शिवशंकरी धाम, चुनार, नरायनपुर गांवो में जमकर तास फेटा गया। सिक्को का चलन बंद होने के कारण पैसे के खनक के बजाय बडे़ नोट इस बार खूब दांव पर लगे। विन्ध्याचल क्षेत्र के तमाम लाज एंव होटलो में गैर जनपद से आये जुआड़ियों ने भी दांव खेला कुछ लोग चले गये दांव में मालामाल होकर अटैची भरकर हंसते हुए गये तो कई लोगों के चेहरों पर से त्योहार की रौनक अटैची खाली होने से गायब रही। विन्ध्याचल क्षेत्र के कुछ लाजो में इन दिनों बडे़ जुआड़ियांे के अड्डे बनते जा रहे है। मनबढ़ जुआड़ियों के हौसले बुलंद है उन्हे न तो पुलिस का डर है और नही कानून का भय इसके पीछे कारण क्या है यह तो कानून का राज कायम करने का जिम्मा संभालने वाले ही जाने।
बदलते दौर में त्योहार का रंगरूप बदलता जा रहा है कभी चोरी छिपे खेला जाने वाला जुआ इस बार त्यौहार पर खुलेआम गली एवं सड़को के किनारे जमकर खेला गया। पुलिस से बेखौफ जुआड़ियों ने गलियों में बैठकर ही लाखों का वारा न्यारा कर दिया। शहर के इमली महादेव, भैरो नाथ की गली, घंटाघर, वासलीगंज, नारघाट, लालडिग्गी, मुकेरी बाजार, मकरी खोह, इमलहा, बदली घाट, सबरी, लोहदी, कटरा बाजीराव, रतनगंज, दुर्गा बाजार, स्टेशन रोड़ समेत तमाम बाजारों एवं गली कुचो के अलावा परमान पट्टी, शिवशंकरी धाम, चुनार, नरायनपुर गांवो में जमकर तास फेटा गया। सिक्को का चलन बंद होने के कारण पैसे के खनक के बजाय बडे़ नोट इस बार खूब दांव पर लगे। विन्ध्याचल क्षेत्र के तमाम लाज एंव होटलो में गैर जनपद से आये जुआड़ियों ने भी दांव खेला कुछ लोग चले गये दांव में मालामाल होकर अटैची भरकर हंसते हुए गये तो कई लोगों के चेहरों पर से त्योहार की रौनक अटैची खाली होने से गायब रही। विन्ध्याचल क्षेत्र के कुछ लाजो में इन दिनों बडे़ जुआड़ियांे के अड्डे बनते जा रहे है। मनबढ़ जुआड़ियों के हौसले बुलंद है उन्हे न तो पुलिस का डर है और नही कानून का भय इसके पीछे कारण क्या है यह तो कानून का राज कायम करने का जिम्मा संभालने वाले ही जाने।