कचरे से झील को पटकर नगर पालिका प्रशासन कोर्ट के आदेशो की उड़ा रहा है धज्जियां, मोदी के स्वच्छ भारत को भी लगा रहा पलिता
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जौनपुर। एक तरफ कोर्ट ने सभी तलाब, पोखरो और झीलो को अतिक्रमण से मुक्त कराकर पुनः पुराने स्वरूप में लाने का आदेश दिया है। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे देश में स्वच्छता अभियान चला रखी है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के नगर विकास राज्यमंत्री गिरीश यादव के गृह जनपद में नगर पालिका प्रशासन नगर के सारे कुड़ा कचरा को जेसिज चौराहे के पास गिराकर सरकारी झील को पाट रहा है। कुड़ा कचरा गिरने से जहां झील के अस्तित्व पर खतरा मडरा रहा है वही इस कचरो से उठने वाली र्दुगंध से यहां पर रहने वालो का जीवन नरकीय हो गया है। इस रास्ते गुजरने वालो की हालत खराब हो जा रही है। इस मामले पर डीएम से बात किया गया तो उन्होने तुरन्त नगर पालिका के ईओ को जांच का आदेश दिया है।
जौनपुर नगर के वाजिदपुर तिराहे के पास से लेकर नये पुल तक की जमीन सरकारी दस्तावेजो में झील घोषित किया गया है। इसके बड़े भू भाग पर कई होटल, अस्पताल , इमारत और शापिंग काम्पलेक्श स्थापित हो गये है। एक तरह से मौजूदा समय में यह इलाका शहर का प्रमुख स्थान बन चुका है। सरकारी झील होने के कारण सभी इमारते वगैर मास्टर प्लान से नक्सा पास कराये खड़ी है। अब रही सही कसर नगर पालिका प्रशासन पूरी कर रहा है। नगर पालिका प्रशासन पहले जेसिज चौराहे से नये पुल की तरफ कुड़ा कचरा डालकर पाट दिया है। अब जेसिज से वाजिदपुर की तरफ कचरा डालकर झील को पाटने में जुटा है। जिस स्थान पर नगर पालिका ने कुड़ा डम्पिंग जोन बनाया है उसके आसपास कई अस्पताल और शापिंग काम्पलेक्स है। जिसके कारण यहां आने वाले मरीजो उनके परिजनो और मार्केटिगं करने वालो के लिए परेशानी का शबब बन गया है।
इस मामले पर जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्रा से बात किया गया तो पहले उन्होने पहले जानकारी न होने की बात कही लेकिन जब मीडिया पूरा मामला बताया कि जिले में अभी कही सालिड मैनेज मेंट नही है। इस लिए नगर पालिका प्रशासन खाली स्थानो पर कुड़ा कचरा गिरा रहा है। जब झील पाटे जाने की जानकारी दी गयी तो उन्होने इसकी जांच नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी को सौप दिया।
जब नगर पालिका प्रशासन ही कोर्ट और प्रधानमंत्री के मंशा पर पानी फेर रहा है तो आम जनता को कौन रोकेगा।
जौनपुर नगर के वाजिदपुर तिराहे के पास से लेकर नये पुल तक की जमीन सरकारी दस्तावेजो में झील घोषित किया गया है। इसके बड़े भू भाग पर कई होटल, अस्पताल , इमारत और शापिंग काम्पलेक्श स्थापित हो गये है। एक तरह से मौजूदा समय में यह इलाका शहर का प्रमुख स्थान बन चुका है। सरकारी झील होने के कारण सभी इमारते वगैर मास्टर प्लान से नक्सा पास कराये खड़ी है। अब रही सही कसर नगर पालिका प्रशासन पूरी कर रहा है। नगर पालिका प्रशासन पहले जेसिज चौराहे से नये पुल की तरफ कुड़ा कचरा डालकर पाट दिया है। अब जेसिज से वाजिदपुर की तरफ कचरा डालकर झील को पाटने में जुटा है। जिस स्थान पर नगर पालिका ने कुड़ा डम्पिंग जोन बनाया है उसके आसपास कई अस्पताल और शापिंग काम्पलेक्स है। जिसके कारण यहां आने वाले मरीजो उनके परिजनो और मार्केटिगं करने वालो के लिए परेशानी का शबब बन गया है।
इस मामले पर जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्रा से बात किया गया तो पहले उन्होने पहले जानकारी न होने की बात कही लेकिन जब मीडिया पूरा मामला बताया कि जिले में अभी कही सालिड मैनेज मेंट नही है। इस लिए नगर पालिका प्रशासन खाली स्थानो पर कुड़ा कचरा गिरा रहा है। जब झील पाटे जाने की जानकारी दी गयी तो उन्होने इसकी जांच नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी को सौप दिया।
जब नगर पालिका प्रशासन ही कोर्ट और प्रधानमंत्री के मंशा पर पानी फेर रहा है तो आम जनता को कौन रोकेगा।