
जौनपुर। ग्राम रोजगार सेवक संघर्ष समिति ने रोडवेज से जूलूस निकालकर कलेक्ट्रेट तक कई जगह जाम लगाते हुए अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। सभा को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष डीपी शुक्ला ने कहा कि रोजगार सेवक लगातार संघर्ष करते चले आ रहे है। परन्तु सरकार कुंभकर्णी निद्रा में है। उन्होने कहाकि ग्राम रोजगार सेवक ग्राम पंचायत स्तर पर सरकार की अनेक योजनाओं को संचालित करने में अपना योगदान देते हैं परन्तु जाब कार्ड में मनरेगा के अतिरिक्त अन्य कार्यो से नहीं जोड़ा जा रहा है। उन्होने कहाकि रोजगार संेवकों को नियुक्त करके उनके गृह ग्राम पंचायत में होने के कारण ग्राम प्रधान से सदैव विवाद बना रहता है। वह ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर पाते जिससे मनरेगा में भ्रष्टाचार चरम पर है। रोजगार सेवकों के स्थानांतरण की व्यवस्था लागू करने से मनरेगा में भ्रष्टाचार समाप्त हो जायेगा तथा ग्राम प्रधानों के शोषण व उत्पीड़न से मुक्ति मिल जायेगी। उन्होने मांग कि ग्राम रोजगार सेवकों के मानव संसााधन व अन्य सुविधाओं की पूर्ति हेतु सेवा नियमावली बनायी जाय। रोजगार सेवकों को नियमित कर राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाय। यदि उनकी मांगें नहीं मानी गयी तो 12 सितम्बर को लखनऊ में अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया जायेगा। श्याम शंकर मिश्रा, विनय कुमार चैहान, ओम प्रकाश पटेल, विद्याकान्त शुक्ल, सचिन पाण्डेय, अनिल यादव, बृजेश मौर्य, अनुज सिंह, सुशील पाण्डेय, गीता कन्नौजिया, रजन गुप्ता सहित सैकड़ों ग्राम रोजगार सेवक मौजूद रहे।