स्कालरशिप के लिए फिर बनना पड़ रहा कुंवारी
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जौनपुर। बीएड समेत अन्य विषयों में दाखिला लेने वाली शादीशुदा छात्राओं के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। शादी के बाद आधार कार्ड में उनका सरनेम बदल गया है। जबकि बीएड में दाखिले के दौरान हाईस्कूल व इंटर में दर्शाए गए नाम से ही फार्म भरने की बाध्यता के चलते उन्होंने पहले का ही नाम भरा है। अब वजीफे के लिए जब वह खाता खुलाने बैंक पहुंच रही हैं तो बैंक पुराने नाम पर खाता खोलने को राजी नहीं है। अगर शादी के बाद बदले नाम से खाता खोला तो वजीफा मिलेगा नहीं। ऐसे में शादीशुदा छात्राएं कालेज व समाज कल्याण विभाग से लेकर बैंकों के चक्कर काट कर कुंवारा नाम करा रही हैं। शादी के बाद जिन छात्राओं ने बदले सरनेम के साथ अपना आधार कार्ड बनवा लिया है वह सभी परेशान हैं। बीएड व अन्य व्यावसायिक विषयों में दाखिले के समय हाईस्कूल में दर्शाए गए नाम से ही फार्म भरने की बाध्यता है। जिसके चलते इन छात्राओं के दाखिले के नाम और शादी के बाद परिवर्तित नाम में अंतर आ गया है। उन्होंने जिस नाम से दाखिला लिया है उसी नाम के आधार पर उन्हें वजीफे के लिए आवेदन कराना जरूरी है। इसके लिए उन्हें बैंक खाते का भी विवरण देना है। बैंकों में बगैर आधार कार्ड के खाता खुल नहीं रहे है। अगर छात्राएं आधार कार्ड देती हैं तो बैंक पुराने नाम पर खाता खोलने को राजी नहीं है। आधार कार्ड के आधार पर अगर वह खाता खुलवाती हैं तो वह दाखिले में दर्शाए गए नाम से भिन्न हो जाएगा। ऐसे में समाज कल्याण विभाग वजीफे का फार्म रिजेक्ट कर देगा। इस समस्या के चलते शादीशुदा छात्राएं अब शादी के बाद बनवाए गए आधार कार्ड को बदलकर कुंवारे नाम के आधार पर ही दोबारा आधार बनाने के लिए आवेदन करना शुरू कर दिया है। बैक के अधिकारी कहते हैं कि आरबीआइ की गाइड लाइन के मुताबिक अब आधार कार्ड के आधार पर ही बैंक एकाउंट खोला जाएगा। इस पर दर्शाए गए नाम और पते को ही सही माना जाएगा और बैंक रिकार्ड में भी अक्षरशः वही दर्ज किया जाएगा। वजीफे के लिए तो वैसे भी एकाउंट से आधार कार्ड लिक होना जरूरी है। भविष्य में किसी तरह की समस्या से बचने को जरूरी है कि छात्राएं शादी के बाद भी अपना सरनेम न बदलें। जिला समाज कल्याण अधिकारी कहते हैं के किसी भी कोर्स में दाखिले के लिए हाईस्कूल में दर्शाए गए नाम से ही प्रवेश लेना इसलिए जरूरी है कि उसके रोल नंबर के आधार पर छात्र-छात्रा का सत्यापन किया जाता है। नाम में अंतर होने पर ऑनलाइन उसका आवेदन रद हो जाएगा।