मानसिक रोग का झाड़फूक नहीं करायें इलाज
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जौनपुर । केराकत विकास खण्ड के सरायवीरू में रविवार को देवा फाउंडेशन के तत्वावधान में मानसिक रोग व चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया । जिसमें सैकड़ों लोगों ने भागीदार कर डॉक्टर वेनु गोपाल झावर से सलाह वह इलाज के बारे में जानकारी लिया। उन्होने बताया कि अन्विता एक प्रोजेक्ट है इसका अभिप्राय खुशहाल जीवन तथा दूरियों को कम करना संस्कृत शब्दकोश से लिया हुआ एक शब्द है । मानसिक रोगों से संबंधित भ्रांतियां अपमान व पीड़ा तथा इलाज और पुनर्वास के बीच की दूरी को मिटाकर मनोविकार से ग्रसित महिलाओं के जीवन में खुशहाली लौट आना ही अन्विता का उद्देश्य है जिसके तहत उनको प्रशिक्षण वर्कशॉप प्रार्थना ,स्थल खेल के माध्यम व अन्य साधनों से उनके व्यक्तित्व निखार कर उन्हें समाज में फिर से आत्मनिर्भर बनाना है । बताया कि निर्मला प्रोजेक्ट के तहत जनरल ओपीडी जगह-जगह पर चलाई जाती है जो बिल्कुल निःशुल्क है और उसमें आने वाले मरीजों का उपचार किया जाता है जो रोजाना 10 से 5 बजे तक चलता है जिसमें बुधवार के दिन अवकाश होता है । डॉक्टर विधि वेणुगोपाल झावर ने बताया कि आजकल गांव और देहातों में ज्यादातर मानसिक रूप से बीमार मरीजों को लेकर झाड़फूंक के चक्कर में पड़ जाते हैं । जिससे मानसिक रोगी ठीक न होकर बल्कि और बीमार हो जाता है , उन्हें और जागरूक करने की जरूरत है जिससे कि वह अपने रोग का निदान करा सकें । यह एक प्रकार की बीमारी होती है जो झाड़-फूंक से नहीं जाएगी बल्कि इलाज से जाएगी । एसडीएम जगदंबा प्रसाद सिंह व खंड विकास अधिकारी राजीव कुमार शर्मा ने मौजूद रहकर सहयोग किया ।ें मनोचिकित्सक डॉक्टर डॉक्टर विजी वेनू गोपाल झावर , डॉक्टर मोहनी झावर , डॉक्टर विजय राय, डॉक्टर पल्लवी गुप्ता, डॉक्टर सोनाली ने मनोचिकित्सक रोगियों का इलाज व निदान शिविर के माध्यम से किया जिसमे सैकड़ों लोग लाभान्वित हुए।