गड्ढा मुक्ति के नाम पर पानी में बह गया जनता का पैसा
https://www.shirazehind.com/2017/07/blog-post_23.html
जौनपुर। गड्ढा मुक्त की गयी सड़के एक माह भी सुरक्षित नही रह पायी है। बारिश शुरू होते ही पुनः झील में तब्दील हो गयी। ऐसे में जहां जनता का पैसा पानी में बह गया वही सरकार की मंशा पर पानी फिर गया। एक बार फिर जनता अपने आपको ठगा से महसूस कर रही है।
योगी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने 15 जून तक प्रदेश की सभी सड़को को गड्ढा मुक्त करने का फरमान जारी किया था। सीएम आदित्यनाथा का यह फरमान हवा हवाई हो गया। जो सड़क गड्ढा मुक्त की गयी वह भी गुणवक्ता की भारी कमी के कारण बारिश शुरू होते ही पुनः अपने पुराने स्वरूप में आ गयी है। इसी कड़ी में पीडब्लूडी द्वारा रामनगर भड़सरा रेलवे क्रासिंग से लेकर कचगांव तक जाने वाली सड़क को 12 जून को गड्ढा मुक्त किया था। पिछले दो दिनो से शुरू हुई बारिश के कारण यह सड़क पुनः गड्ढे में तब्दील हो गयी है। इसी तरह से अन्य सड़को का हाल यही हो गया है।
बड़े मियां छोटे मियां सुहान अल्लाह वाली कहावत भी चरितार्थ जिले में होने जा रही है। अभी एक सप्ताह पूर्व जिला पंचायत ने सड़को को गड्ढा मुक्त करने का टेण्डर कराया। अभी ठेकेदारो ने अपना बाण्ड भी नही बनवाया इसी बीच इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर जल्द से जल्द काम को पूरा करने का दबाव ठेकेदारो पर बना रहे है। आप खुद समझ सकते है कि बारिश शुरू हो गया है ऐसे में सड़को पर कार्य किया गया तो वह कितने दिन महफूज रह सकता है। इससे यही प्रतित होता है कि जिला पंचायत विभाग के अधिकारी इंजीनियर सीधे जनता का पैसा पानी में बहाना चाहते है।
योगी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने 15 जून तक प्रदेश की सभी सड़को को गड्ढा मुक्त करने का फरमान जारी किया था। सीएम आदित्यनाथा का यह फरमान हवा हवाई हो गया। जो सड़क गड्ढा मुक्त की गयी वह भी गुणवक्ता की भारी कमी के कारण बारिश शुरू होते ही पुनः अपने पुराने स्वरूप में आ गयी है। इसी कड़ी में पीडब्लूडी द्वारा रामनगर भड़सरा रेलवे क्रासिंग से लेकर कचगांव तक जाने वाली सड़क को 12 जून को गड्ढा मुक्त किया था। पिछले दो दिनो से शुरू हुई बारिश के कारण यह सड़क पुनः गड्ढे में तब्दील हो गयी है। इसी तरह से अन्य सड़को का हाल यही हो गया है।
बड़े मियां छोटे मियां सुहान अल्लाह वाली कहावत भी चरितार्थ जिले में होने जा रही है। अभी एक सप्ताह पूर्व जिला पंचायत ने सड़को को गड्ढा मुक्त करने का टेण्डर कराया। अभी ठेकेदारो ने अपना बाण्ड भी नही बनवाया इसी बीच इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर जल्द से जल्द काम को पूरा करने का दबाव ठेकेदारो पर बना रहे है। आप खुद समझ सकते है कि बारिश शुरू हो गया है ऐसे में सड़को पर कार्य किया गया तो वह कितने दिन महफूज रह सकता है। इससे यही प्रतित होता है कि जिला पंचायत विभाग के अधिकारी इंजीनियर सीधे जनता का पैसा पानी में बहाना चाहते है।