अध्यापक बतायेगें, छात्र बुखार से है बीमार
https://www.shirazehind.com/2017/07/blog-post_13.html
जौनपुर। मौसम बदलने के साथ ही बीमारियों की आहट को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। शनिवार से स्कूल खुल गए हैं। ऐसे में स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को बीमारियों से बचाने का मसौदा बनाया गया है। अगर किसी स्कूल में कोई बच्चा अनुपस्थित चल रहा है तो शिक्षक उसके स्कूल न आने का कारण पता करेंगे। अगर वह बच्चा बुखार से बीमार है तो संबंधित शिक्षक इसकी जानकारी तत्काल सीएमओ को देंगे। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर भेजा जाएगा। जिससे तत्काल बीमारी पर नियंत्रण किया जा सके। डेंगू व अन्य संक्रामक रोगों पर रोकथाम के लिए जिले के सभी विद्यालयों में एक शिक्षक को बीमारियों के बारे में जानकारी देने के लिए नामित किया जायेगा। संबंधित शिक्षक बच्चों को डेंगू रोग से बचाव के बारे में जागरूक करेंगे। इसके अलावा माध्यमिक व उच्च शिक्षा के विद्यालयों में डेंगू रोधी टीम के माध्यम से जागरूकता लाई जाएगी। नाटक, सेमिनार व संगोष्ठी के माध्यम से डेंगू से बचाव के उपाय बताए जायेंगे। विद्यालय में मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट कराया जाएगा। इसके लिए प्रदेश के प्रमुख सचिव प्रशांत त्रिवेदी ने आदेश जारी किया है। इसके अलावा यह भी ध्यान देना होगा कि अस्पताल परिसर एवं उसके आसपास आवासीय भवनों में जलभराव की स्थिति न उत्पन्न हो। अस्पताल में दस बेड का मच्छरदानी युक्त वार्ड आरक्षित कर लिया जाय, जिसके दरवाजे एवं खिड़कियों पर जाली लगवा दी जाय। अस्पताल में फीवर हेल्प डेस्क की स्थापना कर दी जाय, जिसके माध्यम से बुखार के मरीजों को जानकारी दी जाय। डेंगू की जांच की पुष्टि के लिए रक्त का नमूना सेंटीनल सर्विलेंस लैब को रोगी का पूरा नाम, पता व मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया जाय।