देश की संस्कृति की पहचान है रोज़ा इफ़्तार : एस पी

जौनपुर । बेगमगंज स्तिथ जामिया इमाम जाफर सादिक में मंगलवार को रोज़ा इफ़्तार पार्टी का आयोजन किया गया । जिसमें सभी मजहबो मिल्लत के लोगो ने शिरकत कर शिराज़ेहिंद की गंगा जमुनी तहज़ीब को मजबूत कर दिया । इफ़्तार के पहले नमाज़ में शिया धर्मगुरु मौलाना सफदर हुसैन ज़ैदी ने मुल्क में अमन सलामती की दुआ करायी ।
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक शैलेश पांडेय ने कहा कि कहा कि रोजा रखना धार्मिक व सामाजिक स्वास्थ्य को भी जरूरी है। उन्होंने रोजेदारों की सराहना करते हुए उन्हें मुबारकबाद दी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से समाज में भाईचारा बढ़ता है और इस तरह के त्योहारों को मिल-जुलकर मनाया जाना चाहिए। यही हमारी संस्कृति की पहचान है।
शिया धर्मगुरु मौलाना सफदर हुसैन ज़ैदी ने कहा कि रमजान का इस्लाम धर्म में काफी महत्व है। रमजान में रोजा रखना अल्लाह की तरफ से दिया गया हुक्म है, जिसे हर हाल में पूरा करना ही होता है। कुछ वजह छोड़कर, मसलन कोई काफी बीमार है तो उसे रियायत है। रमजान का जितना धार्मिक महत्व है, उतना ही वैज्ञानिक भी। रमजान में रोजा रखने से शरीर को विकारों से दूर करने में मदद मिलती है। शरीर का तंत्र और अपनी दिनचर्या व्यवस्थित हो जाती है। दूसरा, इस दौरान पता चलता है कि समय का क्या महत्व है। कितने बजे उठना है और कितने बजे सोना है। कितने बजे खाना है। सारे काम समय से किए जाते हैं। रोजे का सामाजिक महत्व भी होता है। इसमें भूख और प्यास की अहमियत का पता चलता है। इसी तरह प्यासे व्यक्ति के बारे में भी समझ हो जाती है। पता चलता है कि पानी जीवन के लिए कितना जरूरी है। इसका कितना महत्व है। इस मौके पर नजमुल हसन नजमी , अफसर हुसैन अनमोल , मौलाना काज़िम मेहदी उरूज , फैसल हसन तबरेज़ , मिर्ज़ा जावेद सुल्तान , हसनैन कमर दीपू , मेराज अहमद , कमाल आज़मी , सरदार हुसैन बबलू , प्रभाष मौर्य , अकिफ हुसैनी , तालिब ज़ैदी , मोहम्मद सोहराब आदि के साथ हज़ारो की संख्या में लोग मौजूद रहे । अंत मे पत्रकार आरिफ हुसैनी ने आये हुए अतिथियों एवं रोज़ेदारों का शुक्रिया अदा किया ।

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