चकबन्दी में धाधली के विरोध में किसानों ने दिया धरना
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जौनपुर। सिकरारा ब्लाक के रीठी गांव के चकबन्दी में धांधली का आरोप लगाते हुए एक बार फिर लामबन्द हो गये। किसान जिला मुख्यालय पहुंचकर एक बार फिर लामबन्द होकर धरना दिये। धरने का नेतृत्व कर राजेश सिंह ने कहा कि कतिपय भू माफिआयों से मोअी रकम लेकर चकबन्दी अधिकारियों ने मनमानी चकबन्दी की है। जिसका एक साल से विरोध किया जा रहा है। उनका आरोप है कि गांव के दो तिहाई किसानों आपत्तियां लम्बित है। उनका निस्तारण किये बिना ही रूपये के बल पर दबंगों के पक्ष में चकबन्दी कर दी गयी। हद तब कर दी गयी जब मृत काश्तकारों की वरासत तय किये बिना ही गलत तरीके से मृतक के नाम पर चक काट दिया गया। अमर नाथ यादव ने आरोप लगाया कि पशु चिकित्सालय की जमीन, सामान्य आबादी की जमीन, डेयरी फार्म की जमीनों को प्रभाव शाली लोगों के नाम पर चक काट दिया गया। ग्रामीण रविन्द्र सिंह ने बताया कि चकबन्दी अधिकारी मनमानी करते हुए गलत तरीके से तीन किलोमीटर दूर चक काट दिया। यह धांधली सभी काश्तकारों के साथ की गयी। धरने का समर्थन देते हुए आम आदमी पार्टी के जिला संयोजक अनुरागमणि त्रिपाठी ने कहा कि किसानों का शोषण किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। किसान अन्नदाता है उसके साथ बदसलूकी व परेशान करने का धन्धा रोका जाय। उन्होने कहा कि सरकार किसान विरोधी है। भू-माफियाओं का सरकार पर कब्जा है। धरने को उमापति दुबे, मुन्नी लाल गुप्ता, रामजीत सिंह, गुलाबी देवी, चक्रसेन सिंह, सुनील यादव, राजू सिंह, राजेन्द्र आदि ने सम्बोधित किया।