प्रमाण पत्र बनवाने में मनमानी वसूली
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जौनपुर। सरकार ने आम लोगों के जरूरत में काम आने वाले जाति, आय तथा अधिवास आदि प्रमाण पत्र बनाने के लिए जनसेवा केन्द्रों को जिम्मेदारी सौपी है और प्रति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए निर्धारित रकम लेने का प्राविधान किया है लेकिन केन्द्रों पर जरूरत मंदों से मनमानी वसूली की जा रही है । बताते हैं कि प्रमाण पत्र बनवाने के लिए 20-30 रूपये निर्धारित किये गये है जबकि केन्द्रों पर 50 से 100 रूपये लिये जा रहे है। दर असल पहले प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लेखपाल और कानून गो की रिपोर्ट लगवानी पड़ती थी । इसमें लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। लेखपाल मिलते नहीं थे और जब मिलते थे तो वे भी मनमानी वसूली करते थे। इन्ही समस्याओं को देखते हुए सरकार ने नयी आन लाइन व्यवस्था जन सेवा केन्द्रों से की और बिना किसी कर्मचारी व अधिकारी के पास गये ही प्रमाण पत्र उसी केन्द्र से मिलने लगा। इसका फायदा उठाते हुए केन्द्रों ने सरकार के निर्धारति रकम लेने के नीयम को दर किनार कर अपनी मर्जी से शुल्क वसूलना शुरू कर दिया। कई बार उच्च स्तर पर शिकायत की गयी लेकिन केन्द्रों का यह कारनामा अब भी बदस्तूर जारी है।