टैक्स चोरी करने में माहिर है प्रसिद्ध मिष्ठान के दुकानदार
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ग्राहकों को नहीं देते बिल-बाउचर, सम्बन्धित अधिकारी मौन
जौनपुर।
एक तरफ जहां पूरे देश में इस समय एक राष्ट्र, एक कर, एक व्यापार यानी
जीएसटी की चर्चा जोरों पर चल रही है, वहीं दूसरी तरफ जिले के कुछ ऐसे
प्रतिष्ठित मिष्ठान की दुकानें हैं जो व्यापार तो लाखों की करते हैं लेकिन
टैक्स के नाम पर सरकार को ठेंगा दिखा देते हैं। इनमें कुछ ऐसी भी दुकानें
शामिल हैं जो अपने आपको पूरे पूर्वांचल में मशहूर बताती हैं और उनकी
मिठाइयां तो बहुत दूर-दूर तक जाती हैं। इन दुकानों पर खरीददारी करने वाले
ग्राहकों को बिल बाउचर दिया ही नहीं जाता जिससे टैक्स चोरी साफ-साफ होती
नजर आती है। गौरतलब हो कि जिले के प्रसिद्ध मिष्ठान की दुकान में शुमार
अपने आपको खास मिठाइयों में मशहूर बताने वाले कुछ दुकानदार टैक्स चोरी करने
में उतना ही आगे है जितना उनकी मिठाइयां प्रसिद्धी प्राप्त की है। जौनपुर
की मिठाइयों का नाम आते ही सबसे पहले किसी मिष्ठान का नाम आता है तो वह है
‘इमरती’ और इसकी बिक्री भी बड़े पैमाने पर होती है लेकिन इसे खरीदने वाले
लगभग 99 प्रतिशत ग्राहकों को बिल बाउचर नहीं दिया जाता। ऐसे में जीएसटी आने
के बाद क्या यह व्यवस्था सुधरेगी, यह तो समय के गर्भ में है लेकिन वर्तमान
में ऐसा कुछ भी नहीं है। सेल टैक्स अधिकारियों की नजरें भी ऐसे दुकानों पर
नहीं जा रही हैं जहां ऐसा कारनामा हो रहा है। हां अगर कभी कोई कार्यवाही
के लिये अधिकारी गये भी होंगे तो शायद समझौता कर लिया गया होगा। फिलहाल जो
भी हो, यह दुकानदार सरकार को चूना लगाने से पीछे नहीं हैं।