साप्ताहिक बन्दी के दिन भी गौराबादशाहपुर टाउन में धडल्ले से खुल रही दुकानें
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गौराबादशाहपुर(जौनपुर) गौराबादशाहपुर को नगर पंचायत का दर्जा तो मिल चुका है परन्तु नगर पंचायत वाले कोई भी नियम गौराबादशाहपुर के व्यापारी मानने को तैयार नही है। हालत यह है कि साप्ताहिक बन्दी बुधवार के दिन अब गौराबादशाहपुर में दुकानें धड़ल्ले के साथ खुलने लगी हैं। साप्ताहिक बन्दी को लेकर प्रशासन उदासीन बना हुआ है। दो वर्ष पहले से शासन ने कस्बे में साप्ताहिक बन्दी का कानून लागू किया है। बन्दी लागू होने के बाद अधिकांश दुकानें बन्दी में बन्द होने लगीं थीं। हालांकि कुछ दुकानें बन्दी में भी खुलती रही। डीएम के निर्देश पर श्रम विभाग ने कई बार छापेमारी कर खुली दुकानों का चालान किया। जिसका असर रहा कि दुकानें बन्द होने लगीं, लेकिन इधर कई महीने से प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किये जाने से अब बन्दी के दिन भी दुकानें दुकानदार धड़ल्ले के साथ खोलने लगे हैं। कुछ व्यापारी जो कि दुकानें बंद रखते थे और लोगों की देखादेखी वे भी अपनी दुकानें खोलने लगे है। कछ ऐसा ही नजारा बुधवार को भी देखने को मिला तथा पूरे गौराबादशाहपुर की दुकानें सुबह से ही खुली रही। कस्बे के व्यवसायी कन्हैयालाल गुप्त, सतीश कुमार साहू, ओमप्रकाश, नजीर अहमद, बंटी सेठ, जहीर अहमद, परवेज, मोहम्मद इस्लाम, सन्तोष गुप्त व सुनील कुमार, आफ़ताब पप्पू, सर्वेष अग्रहरि, अबुसाद, कलीमुल्लाह, रमेश पाल, नवनीत सेठ, दाऊद आलम और हारिस आदि व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन द्वारा बन्दी सुनिश्चित नहीं कराये जाने से हम दुकानदारों को असुविधाएं उठानी पड़ रही हैं। दुकानदारों का कहना है कि एक दिन की बन्दी से काफी राहत मिलती है।