पिता ने पुत्री को हीं बना डाला हवस का शिकार
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जौनपुर। कलिकाल बिहाल किये मनुजा, नहिं मानत कोउ अनुजा तनुजा सम्प्रति कलिकाल के प्रचण्ड प्रभाव से जहाँ एक ओर सामाजिक मान्यतायें विकृत हो रही है वहीं दूसरी ओर पारिवारिक मर्यादायें भी छिन्न भिन्न हो रही है। वर्तमान परिवेश मानस की उक्त पंक्तियाँ कलियुग के चरम को हीं प्रकट कर रही हैं। जिले के सरपतहां थाना क्षेत्र के एक गांव में पति के वासना की पूर्ति में दरिंदगी की हद को पार कर जाने पर विवाहिता अपने पति को छोड़कर मायके चली गयी। पत्नी के मायके चले जाने पर कलियुगी पिता ने घर में रह रही अपनी 14 वर्षीया नाबालिग लड़की के साथ कुकृत्य करने का प्रयास करने लगा और पुत्री के बिरोध करने पर उसे जान से मारने की धमकी देते हुए अपनी हवस का शिकार बना डाला। कई दिनों तक पत्नी की गैरमौजूदगी में भय दिखाकर पुत्री के साथ अपनी वासना की पूर्ति कर बाप-बेटी के रिश्ते को कलंकित करता रहा। मानवता शर्मसार होती रही। मायके से वापस लौटने के बाद पुत्री ने माँ से आपबीती सुनाई तो माँ के पैरों तले जमीन खिसक गयी। पुत्री को साथ लेकर वह थाने आयी और पति के कुकृत्य के सम्बन्ध में थाने पर लिखित तहरीर दी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376, 506 व पाक्सो एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत करते हुए पीड़िता किशोरी को मेडिकल परीक्षण हेतु भेज दिया।