लाखो रूपये गबन के आरोप मामले पर डीएम हुए गम्भीर , दिया जाँच का आदेश
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जौनपुर। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियो द्वारा बीएसए का फर्जी हस्ताक्षर
करके लाखो रूपये डकारने का मामला सामने आया है। यह भ्रष्टाचार उजागर होते
ही आरोपी अधिकारियोें में हड़कंप मच गया है। उधर डीएम ने इस मामले को
गम्भीरता से लेते हुए दो सदस्यीय जांच टीम गठित करके जांच करा रहे है।
मालूम हो कि दो दिन पूर्व हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओ ने डीएम से मिलकर एक पत्रक सौपते हुए आरोप लगाया था कि जौनपुर में कुल 17 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय चलते है। इसमें दस विद्यालयो के जिम्मेदार अधिकारियों ने बीएसए का फर्जी हस्ताक्षकर करके छात्राओ के पैसा का बंदर बाट किया है। बेसिक शिक्षा विभाग के एकाउंटेन्ट द्वारा की जांच में करीब बीस लाख रूपये का गोलमाल सामने आया है। हलांकि यह जांच अभी पूरी नही हुई थी इसी बीच आरोपी अधिकारियो ने एकाउंटेंट पर दबाव बनाकर मामले को दबाने का प्रयास शुरू कर दिया है। डीएम डा0 बलकार सिंह ने आज मीडिया को बताया कि इस आरोप की डीआरडीएम लेखा और मनरेगा लेखाधिकारी को जांच करने का आदेश दिया है।
इस मामले पर बीएसए से बात किया गया तो उन्होने छुट्टी पर रहने बहाना बनाकर टाल दिया।
मालूम हो कि दो दिन पूर्व हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओ ने डीएम से मिलकर एक पत्रक सौपते हुए आरोप लगाया था कि जौनपुर में कुल 17 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय चलते है। इसमें दस विद्यालयो के जिम्मेदार अधिकारियों ने बीएसए का फर्जी हस्ताक्षकर करके छात्राओ के पैसा का बंदर बाट किया है। बेसिक शिक्षा विभाग के एकाउंटेन्ट द्वारा की जांच में करीब बीस लाख रूपये का गोलमाल सामने आया है। हलांकि यह जांच अभी पूरी नही हुई थी इसी बीच आरोपी अधिकारियो ने एकाउंटेंट पर दबाव बनाकर मामले को दबाने का प्रयास शुरू कर दिया है। डीएम डा0 बलकार सिंह ने आज मीडिया को बताया कि इस आरोप की डीआरडीएम लेखा और मनरेगा लेखाधिकारी को जांच करने का आदेश दिया है।
इस मामले पर बीएसए से बात किया गया तो उन्होने छुट्टी पर रहने बहाना बनाकर टाल दिया।