तीन भू माफियाओ के खिलाफ जालसाज़ी का मुकदमा दर्ज
https://www.shirazehind.com/2017/05/blog-post_387.html
* फर्जी इकरारनामा बनाकर सरकारी दस्तावेज में नाम शामिल कराने का आरोप
* न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही कोतवाली पुलिस
शाहगंज (जौनपुर) । मृतक के नाम से फर्जी इकरारनामा बनाकर
चकबंदी न्यायालय से सरकारी कागजात पर भूस्वामी के रूप में नाम दर्ज कराने
के मामले में तीन लोगों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
बताया जाता है कि नगर के आजमगढ़ मार्ग निवासी विजय कुमार साव कोलकाता में बिजनेस करते हैं। उनकी एक भूमि आजमगढ़ मार्ग से सटे डिहवा भादी में स्थित है। यह जमीन काफी कीमती है। इस जमीन को हथियाने के लिए नगर के हुसैनगंज मोहल्ला निवासी तीन भू माफियाओ ने एक साजिश रच करके विजय कुमार के मृतक पिता दीनानाथ के नाम से फर्जी इकरारनामा बना लिया। इस इकरारनामे के आधार पर चकबंदी न्यायालय में एक मुकदमा दाखिल करके भूसंपत्ति पर नाम दर्ज करा लिया गया। जब इस बात की जानकारी विजय को हुई तो उनके होश उड़ गए।न्यायालय में इकरारनामा की सत्यता को लेकर सवाल उठाते हुए विजय कुमार ने यह साबित कर दिया कि सरकारी कागजात में नाम गलत तरीके से दर्ज किया गया है। अब विजय ने एसीजेएम के न्यायालय में शरण लेकर जालसाजी करने वाले के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाई।न्यायालय ने कोतवाली पुलिस को निर्देशित किया कि मामले की रिपोर्ट दर्ज करके छानबीन की जाए। न्यायालय के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
नगर में बेशकीमती जमीनों पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नामांतरण, कब्जा आदि की घटनाएं आए दिन सामने आती रहती हैं। देखना होगा ऐसे तत्वों पर कब अंकुश लग पाता है।
बताया जाता है कि नगर के आजमगढ़ मार्ग निवासी विजय कुमार साव कोलकाता में बिजनेस करते हैं। उनकी एक भूमि आजमगढ़ मार्ग से सटे डिहवा भादी में स्थित है। यह जमीन काफी कीमती है। इस जमीन को हथियाने के लिए नगर के हुसैनगंज मोहल्ला निवासी तीन भू माफियाओ ने एक साजिश रच करके विजय कुमार के मृतक पिता दीनानाथ के नाम से फर्जी इकरारनामा बना लिया। इस इकरारनामे के आधार पर चकबंदी न्यायालय में एक मुकदमा दाखिल करके भूसंपत्ति पर नाम दर्ज करा लिया गया। जब इस बात की जानकारी विजय को हुई तो उनके होश उड़ गए।न्यायालय में इकरारनामा की सत्यता को लेकर सवाल उठाते हुए विजय कुमार ने यह साबित कर दिया कि सरकारी कागजात में नाम गलत तरीके से दर्ज किया गया है। अब विजय ने एसीजेएम के न्यायालय में शरण लेकर जालसाजी करने वाले के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाई।न्यायालय ने कोतवाली पुलिस को निर्देशित किया कि मामले की रिपोर्ट दर्ज करके छानबीन की जाए। न्यायालय के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
नगर में बेशकीमती जमीनों पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नामांतरण, कब्जा आदि की घटनाएं आए दिन सामने आती रहती हैं। देखना होगा ऐसे तत्वों पर कब अंकुश लग पाता है।