बीमारियों का प्रसार कर रहे सार्वजनिक प्रसाधन
https://www.shirazehind.com/2017/05/blog-post_192.html
जौनपुर। स्वच्छता को लेकर नगर पालिका प्रशासन कितना गंभीर है, इसका अंदाजा शहर के सार्वजनिक प्रसाधनों को देखकर लगाया जा सकता है। स्वच्छता के नाम पर बने प्रसाधन बीमारी फैला रहे हैं। गंदगी इतनी कि लोग नाक पर रुमाल रखकर प्रसाधनों में जाने का विवश हैं।देश को स्वच्छ बनाने के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान में हर घर में शौचालय बनाने पर सरकार का विशेष जोर है, कितु जो शौचालय बने हैं, उसके रखरखाव को लेकर जिम्मेदार बेपरवाह हैं। शहर के अधिकतर सार्वजनिक प्रसाधन केंद्र या तो जर्जर है या फिर गंदगी के चलते उपयोग लायक नहीं हैं। दुर्गंध इतनी कि आस-पास के गुजरना भी मुश्किल है। रोडवेज परिसर स्थित प्रसाधन केंद्र में भी गंदगी का अंबार है। जरूरतमंद यात्री नाक पर रूमाल रखकर अंदर प्रवेश करते हैं। कलेक्ट्रेट में उत्तरी गेट के निकट बना प्रसाधन भी बदहाल है। जनता परेशान है और नपा प्रशासन को यह समस्या नजर नहीं आती।
मुख्य सड़क से लेकर वार्डों में बने प्रसाधन केंद्रों की हालत खराब है। पेशाबघरों की सफाई को लेकर जिम्मेदार लापरवाह है। गंदगी इतनी कि प्रयोग करने में बीमारी की फैलने की आशंका बनी रहती है। नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति नगरपालिका गैर जिम्मेदार है। प्रसाधन केंद्रों के सीट टूटे हैं, फर्श से लेकर सीट तक गंदगी पसरी हुई है। अगर कभी भूले से जाना पड़ा तो दुर्गंध के मारे नाक पर रूमाल रखे दम घुटने लगता है। लोागे का कहना है कि नपा कर लेती है तो उसे हमारी सुविधाओं का भी ध्यान रखना चाहिए। उधर नपा प्रशासन नियमित रूप से सफाई करने का दावा कर रहा है।
मुख्य सड़क से लेकर वार्डों में बने प्रसाधन केंद्रों की हालत खराब है। पेशाबघरों की सफाई को लेकर जिम्मेदार लापरवाह है। गंदगी इतनी कि प्रयोग करने में बीमारी की फैलने की आशंका बनी रहती है। नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति नगरपालिका गैर जिम्मेदार है। प्रसाधन केंद्रों के सीट टूटे हैं, फर्श से लेकर सीट तक गंदगी पसरी हुई है। अगर कभी भूले से जाना पड़ा तो दुर्गंध के मारे नाक पर रूमाल रखे दम घुटने लगता है। लोागे का कहना है कि नपा कर लेती है तो उसे हमारी सुविधाओं का भी ध्यान रखना चाहिए। उधर नपा प्रशासन नियमित रूप से सफाई करने का दावा कर रहा है।