बिजली की आंख मिचैली से जनाक्रोश
https://www.shirazehind.com/2017/05/blog-post_130.html
जौनपुर। भीषण गर्मी में शहर से लेकर गांवों तक बिजली कटौती अब लोगों का सुख, चैन छीन रही है। इन दिनों चार से सात घंटे अघोषित रूप से बिजली आपूर्ति ठप होना सामान्य बात हो गई है। बिजली का रोस्टर निर्धारित न होने से विद्युत विभाग के अधिकारियों की मनमानी चरम पर है। नगर के साथ ग्रामीण इलाकों में भी लोग बिजली आपूर्ति बंद होने से परेशान हो रहे हैं। लोगों में अब विद्युत विभाग की कार्य प्रणाली को लेकर आक्रोश बढ़ रहा है। पिछले चार दिनों में देखा जाए तो नगर से ग्रामीण क्षेत्र तक आपूर्ति व्यवस्था गड़बड़ा गई है। लोगों के गुस्से का गुब्बार कब फूट पड़े कोई ठिकाना नहीं है। परमानतपुर निवासी शिक्षक तेज बहादुर सिंह कहते हैं कि शासन के इच्छा अनुसार विद्युत विभाग आपूर्ति नहीं दे रहा। कब बिजली कटेगी और आएगी इसका कोई रोस्टर ही नहीं है।ग्रामीण क्षेत्रों में भी दिन में कब बिजली चली जाए किसी को निश्चित नहीं है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि किसी दिन लोग बिजली आपूर्ति को लेकर सड़क पर उतर सकते हैं। व्यवसाइयों का कहना है कि यदि दुकानों में इनवर्टर न हो तो बैठना भी मुश्किल हो जाए।
व्यवसायी सतयुगी नारायण कहते हैं कि इस भीषण गर्मी में बिजली जाने के बाद कब आएगी इसका ठिकाना नहीं रहता है। दीपक विश्वकर्मा कहते हैं कि सूचना के बाद आपूर्ति बंद होने पर लोग तैयार रहते हैं, लेकिन यहां यहां तो विभाग द्वारा मनमानी की जाती है, जब चाहे बिजली बंद दी जाती है।
व्यवसायी सतयुगी नारायण कहते हैं कि इस भीषण गर्मी में बिजली जाने के बाद कब आएगी इसका ठिकाना नहीं रहता है। दीपक विश्वकर्मा कहते हैं कि सूचना के बाद आपूर्ति बंद होने पर लोग तैयार रहते हैं, लेकिन यहां यहां तो विभाग द्वारा मनमानी की जाती है, जब चाहे बिजली बंद दी जाती है।