तमाम मतदाता मतदान से रह गये वंचित, जिम्मेदार कौन?
https://www.shirazehind.com/2017/03/blog-post_269.html
मतदाता सूची में नाम होने के बावजूद भी नहीं दे सके वोट
जौनपुर।
विधानसभा चुनाव को लेकर पिछले काफी दिनों मतदाता जागरूकता अभियान चलाया
गया लेकिन वह पूरी तरह से फेल नजर आया, क्योंकि काफी संख्या में लोग मतदान
से वंचित रह गये। इसको लेकर पूरे दिन हर मतदान केन्द्र पर चर्चा का विषय
बना रहा। मालूम हो कि अभियान के तहत कोई भी मतदाता मतदान से वंचित न रह
जाय, कोई मतदाता न छूटे, प्रत्येक मत महत्वपूर्ण हैं सहित अन्य स्लोगन
अलापे गये लेकिन नियुक्त चुनाव अधिकारियों ने कभी इस ओर ध्यान नहीं दिया कि
जो मतदाता घर पर मौजूद हैं, उनका ही नाम मतदाता सूची से बीएलओ की लापरवाही
से गायब कर दिया गया। क्या वे मतदाता महत्वपूर्ण नहीं हैं। घर पर मौजूद
सैकड़ों मतदाता का नाम मतदाता सूची से गायब मिला जिस बाबत जब बीएलओ से पूछा
गया तो स्पष्ट उत्तर नहीं मिला। इसको लेकर लोग कह रहे हैं कि क्या बीएलओ
राजनीति से प्रेरित होकर फार्मों को नहीं जमा किये। इसको लेकर कई मतदान
केन्द्र पर तो मतदाता काफी नोक-झोंक भी किये लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
अफसोस की यह बात है कि एक तरफ तो प्रशासन कह रहा था कि प्रत्येक मत
महत्वपूर्ण है। कोई छूटने न पाये लेकिन दूसरी तरफ घर बैठे लोगों का सूची
नाम गायब है। अब देखना है कि क्या चुनाव बाद इस पर कोई कार्यवाही होती है
या इस प्रकार की लापरवाहियों पर लीपापोती ही होगी? इस बाबत लोगों का कहना
है कि मतदाता सूची से नाम गायब रहने से काफी मतदाता वोट देने से वंचित रह
गये।