नर्क बन गया VIP रोड , कराह रही है आम जनता
https://www.shirazehind.com/2017/01/vip.html
जौनपुर। नगर पालिका प्रशासन की कारस्तानी से नगर वासियों का आम जनजीवन नर्क
बन गया है। सबसे ज्यादा हालत तो उस रोड की है जिस रास्ते नेता, अधिकारी,
सरकारी कर्मचारी ,वकील व आम जनता कलेक्ट्रेट, एसपी दफ्तर और विकास भवन जाती
है। इस वीआईपी रोड़ को चौड़ी करण करने के लिए नालियां की खुदाई करके छोड़
दिया गया है। जिसके कारण आम जनता को गंदे नाले की पानी से होकर गुजरना पड़
रहा है। इसके अलावा इस रोड के आसपास रहने वाले लोग भीषण गंदगी के कारण
उठने वाले दुर्गन्ध से परेशान और बेहाल है।
ये है डाक बंगले से लाईनबाजार होकर कलेक्ट्रेट, एसपी दफ्तर और विकास भवन तक जाने वाली वीआईपी रोड। यह रोड तीन पूर्व सांसद, आधा दर्जन पूर्व विधायक और एक पूर्व राज्यपाल के आवास तक भी जाती है। इसी रास्ते से अधिकारी, कर्मचारी, आम जनता कचेहरी जाती है। करीब दो माह पूर्व इस रास्ते को चौड़ा करने के लिए ठीकेदार ने नाले को ध्वस्त कर दिया। नाला टूटते ही आर्दश आचार संहिता लग गया। जिसके कारण ठीकेदार ने अपना बोरिया विस्तर बांधकर चला गया। नाला तोड़े जाने के कारण पूरा नाले का पानी सड़क पर बहने लगा है। पानी के कारण सड़के झील में तब्दील हो गयी। इसी गंदे पानी से सभी लोग गुजरने को मजबूर हो गये है।
पूर्व सभासद संतोष आर्या , शिवधारी प्रजापति , अजय कुमार , छात्रा अजंली , आरती , आकाश , राहुल
का आरोप है कि अधिकारी और नेता तो बंद चार पहिया वाहनो से आते जाते है। उन्हे तो कोई परेशानी नही होती। लेकिन हम लोग मजबूरी में इसी रास्ते से आते जाते है। इस गंदे नाले पानी से उठने वाले दुर्गन्ध से हम लोगो का जीना मुहाल हो गया है। इस रास्ते से आने जाते वाले छात्र-छात्राओ का तो और बुरा हाल है। स्कूल आते जाते समय पास गुजरने वाले से पानी छिटा पड़ने से ड्रेस खराब हो जा रहा है। बाईक से आने जाने वाले दुर्घना का शिकार हो रहे है।
काम पूरी तरह से ठप्प है आज जनता का जीवन नर्क बन गया है। ऐसे में एडीएम उमाकांत त्रिपाठी ने एक सप्ताह के अंदर शीवर लाईन डाले जाने का कार्य पूरा करने का दावा किया है।
ये है डाक बंगले से लाईनबाजार होकर कलेक्ट्रेट, एसपी दफ्तर और विकास भवन तक जाने वाली वीआईपी रोड। यह रोड तीन पूर्व सांसद, आधा दर्जन पूर्व विधायक और एक पूर्व राज्यपाल के आवास तक भी जाती है। इसी रास्ते से अधिकारी, कर्मचारी, आम जनता कचेहरी जाती है। करीब दो माह पूर्व इस रास्ते को चौड़ा करने के लिए ठीकेदार ने नाले को ध्वस्त कर दिया। नाला टूटते ही आर्दश आचार संहिता लग गया। जिसके कारण ठीकेदार ने अपना बोरिया विस्तर बांधकर चला गया। नाला तोड़े जाने के कारण पूरा नाले का पानी सड़क पर बहने लगा है। पानी के कारण सड़के झील में तब्दील हो गयी। इसी गंदे पानी से सभी लोग गुजरने को मजबूर हो गये है।
पूर्व सभासद संतोष आर्या , शिवधारी प्रजापति , अजय कुमार , छात्रा अजंली , आरती , आकाश , राहुल
का आरोप है कि अधिकारी और नेता तो बंद चार पहिया वाहनो से आते जाते है। उन्हे तो कोई परेशानी नही होती। लेकिन हम लोग मजबूरी में इसी रास्ते से आते जाते है। इस गंदे नाले पानी से उठने वाले दुर्गन्ध से हम लोगो का जीना मुहाल हो गया है। इस रास्ते से आने जाते वाले छात्र-छात्राओ का तो और बुरा हाल है। स्कूल आते जाते समय पास गुजरने वाले से पानी छिटा पड़ने से ड्रेस खराब हो जा रहा है। बाईक से आने जाने वाले दुर्घना का शिकार हो रहे है।
काम पूरी तरह से ठप्प है आज जनता का जीवन नर्क बन गया है। ऐसे में एडीएम उमाकांत त्रिपाठी ने एक सप्ताह के अंदर शीवर लाईन डाले जाने का कार्य पूरा करने का दावा किया है।