जगदीश राय का यह पत्र जौनपुर के राजनीत के गलियारे पैदा कर दिया है हलचल
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जौनपुर। बसपा द्वारा दर किनार किये गये पूर्व कैबिनेट मंत्री जगदीश नारायण राय काफी दिनो से चुप्पी साधे हुए है। उनकी खमोशी से उनके समर्थको में मायूसी दिखाई पड़ रही है। समर्थको की हालत यह हो गयी है कि किसी दिन ये लोग सामूहिक रूप से पार्टी से इस्तिफा दे सकते है। कार्यकर्ताओ की हालत देखते हुए आज जगदीश राय ने अपने फेसबुक पर एक मार्मिक पत्र लिखा है। उनका यह पत्र वायरल होते ही राजनीत के गलियारें हलचल पैदा कर दिया है। उधर आम जनमानस चर्चाओ का दौर शुरू हो गया है।
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व कैबिनेट मंत्री जगदीश राय द्वारा बसपा की मुंहमागी कीमत न देने के कारण उनका टिकट काटकर संजीव उपाध्याय को प्रत्याशी बनाया है। पार्टी के इस रवैये से जगदीश राय काफी आहत है। जिसके कारण वे अपने आवास से कही निकल नही रहे है। उधर उनके समर्थक और शुभचिंतक मायूस हो गये है। कोई खुली जुबान तो कोई दबी जुबान मायावती का विरोध कर रहे है। कई कार्यकर्ताओ ने कहा कि राय साहब 1996 विधानसभा चुनाव से लेकर 2007 तक लगातार जफराबाद सीट पर बसपा का परचम लहराया था। 2012 विधानसभा चुनाव में पार्टी के एक नेता द्वारा विरोध करने के कारण मामूली वोटो से हार गये थे। उनकी कर्मठता के कारण पूरे विधानसभा के कार्यकर्ता और मतदाता उनका कायल है। ऐसे में उनका टिकट काटना उनकी उपेक्षा करने के बराबर है। अपने समर्थको की हालत को देखते हुए आज जगदीश राय ने फेसबुक पर एक मार्मिक पत्र लिखा है। आप खुद पढ़ लिजिए क्या कुछ लिख है।
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व कैबिनेट मंत्री जगदीश राय द्वारा बसपा की मुंहमागी कीमत न देने के कारण उनका टिकट काटकर संजीव उपाध्याय को प्रत्याशी बनाया है। पार्टी के इस रवैये से जगदीश राय काफी आहत है। जिसके कारण वे अपने आवास से कही निकल नही रहे है। उधर उनके समर्थक और शुभचिंतक मायूस हो गये है। कोई खुली जुबान तो कोई दबी जुबान मायावती का विरोध कर रहे है। कई कार्यकर्ताओ ने कहा कि राय साहब 1996 विधानसभा चुनाव से लेकर 2007 तक लगातार जफराबाद सीट पर बसपा का परचम लहराया था। 2012 विधानसभा चुनाव में पार्टी के एक नेता द्वारा विरोध करने के कारण मामूली वोटो से हार गये थे। उनकी कर्मठता के कारण पूरे विधानसभा के कार्यकर्ता और मतदाता उनका कायल है। ऐसे में उनका टिकट काटना उनकी उपेक्षा करने के बराबर है। अपने समर्थको की हालत को देखते हुए आज जगदीश राय ने फेसबुक पर एक मार्मिक पत्र लिखा है। आप खुद पढ़ लिजिए क्या कुछ लिख है।