बसंती मौसम में लौटा कोहरा
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जौनपुर। मौसम बसंत का है, खेत हरे व पीले रंग से सजे हैं। सुबह कोहरे की घनी चादर ने प्रकृति के रंगों को एक नया रूप तो दिया। लेकिन शीत लहर साथ लेकर आया। एक बार फिर हर कोई ठंड में ठिठुरा। यहां तक कि लोगों को बसंत के इस मौसम में अलाव का सहारा लेना पड़ा। धूप देर से खिलने के कारण जहां स्कूली बच्चों को दिक्कतें हुईं वहीं आवागमन पर भी मौसम के बदले मिजाज का असर देखने को मिला। जनवरी का महीना विदा होने को है। कई दिनों से खिली धूप के साथ ठंड भी गुलाबी रंगत में थी। हालांकि चन्दो दिन पहले की बूंदाबांदी से जरूर मौसम के पलटने का अंदेशा था। मंगलवार को सुबह जब लोगों की नींद खुली तो वातावरण में घना कोहरा छाया हुआ था। सड़कों में वाहन लाइट जलाकर चलते नजर आए। सर्द हवाओं के कारण एक बार फिर अलाव के आसपास लोग नजर आए। साथ में मवेशियों ने भी ठंड से बचने के लिए अलाव के आसपास रहना मुनासिब समझा। कोहरे के कारण धूप देर से खिली जिससे स्कूल जाने वाले छोटे बच्चे एक बार फिर ठिठुरते हुए विद्यालय पहुंचे। मौसम बसंत का है। वैसे आमतौर पर इस समय कोहरा कम ही रहता है। जानकारों का कहना है कि पिछले दिनों बारिश व बूंदाबांदी के कारण मौसम ने पलटी मारी है। उधर मौसम का बदला मिजाज देख किसानों कीचिताएं बढ़ गईं। क्योंकि दलहनी, तिलहनी फसलों पर फूल निकल रहा है। ऐसे में कोहरे से नुकसान की आशंका जताई जा रही है। हालांकि किसानों का यह भी कहना है कि अभी कोई खास असर नहीं है। आगे मौसम साफ रहेगा तो कोहरे का प्रकोप कम हो जाएगा।