कर में मिले छूट,व्यापार हित में हो बजट
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जौनपुर। केंद्र सरकार एक फरवरी को बजट पेश करने जा रही है। इस बजट में पहली बार रेल मंत्रालय के आय-व्यय और कामकाज को भी शामिल किया जाएगा। बजट कैसा होगा, इसे लेकर अभी से चर्चा शुरू हो गई है। इस संबंध में व्यापारियों व उद्यमियों के विचार लिये गये। व्यापारी विशाल गुप्ता ने कहा कि बजट हर उद्यमी के हित में होना चाहिए। कई बार एक्साइज ड्यूटी नहीं लगनी चाहिए। क्योंकि पहले से ही उद्यमियों व व्यापारियों को कई तरह के कर देने पड़ रहे हैँ। अजय गुप्ता ने कहा कि पहले ही आयकर, उत्पाद कर लादा गया है। ऐसे में एक्साइज ड्यूटी बढ़ने पर धंधे पर असर पड़ेगा। क्योंकि नोटबंदी के कारण बाजार अभी भी मंदी से उबर नहीं पाया है। व्यापारी सुरेश मद्धेशिया ने कहा कि बजट सर्वहितकारी होना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में लघु उद्योग लगाए जाएं और छोटे व्यापारियों को प्रोत्साहित किया जाए। व्यापारी रामनाराण सेठ ने कहा कि कच्चे माल पर कर न लगाया जाए। उत्पादन पर शुल्क न लगाया जाए और आयकर में छूट सीमा बढ़ाई जाए। व्यापारी संजय सेठ ने कहा कि तराई के इस अति पिछड़े जिले में कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाए जिससे वे आसानी से उद्योग लगा सकें। अधिकांश ऐसे व्यापारी हैं जो धनाभाव में उद्योग नहीं लगा पार रहे हैं। इनके लिए भी बजट में व्यवस्था की जाए। व्यापारी पंकज अग्रवाल ने कहा कि उत्पादित सामान के लिए व्यापार उपलब्ध कराने हेतु बाजार की व्यवस्था कराई जाए। तराई के इस जिले में मंडी तक नहीं है। इससे दिक्कत बढ़ गई है और व्यापारी वर्ग निराश होता जा रहा है। क्योंकि बाजार न होने से उत्पाद का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है।