नागरिकों को अधिकार के प्रति जागरूक करना मीडिया का जिम्मा : ओम प्रकाश सिंह
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‘नागरिक अधिकारिता एवं मीडिया’ विषय पर व्याख्यान
जौनपुर।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के सामाजिक अनुप्रयुक्त विज्ञान
संकाय में दीक्षान्त पूर्व व्याख्यानमाला कार्यक्रम के अंतर्गत ‘नागरिक
अधिकारिता एवं मीडिया’ विषयक व्याख्यान का आयोजन किया गया।
मदन
मोहन मालवीय हिन्दी पत्रकारिता संस्थान काशी विद्यापीठ के निदेशक ओम
प्रकाश सिंह ने कहा कि एक नागरिक दूसरे के अधिकारों की रक्षा करने की
सोचेगा तभी नागरिक अधिकारिता की बात सार्थक होगी।
उन्होंने
कहा कि आदिवासी समाज में आज भी उनकी परम्परागत व्यवस्था से न्याय मिल जाता
है वहां दुराचार जैसी घटनाएं नहीं होती, लेकिन आज के सभ्य समाज में पुलिस
एवं मीडिया के होते हुए दुराचार एवं अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ रही है।
मीडिया की जिम्मेदारी है कि वह लोगों को जागरूक करें तथा नागरिकों को उनके
अधिकारों के प्रति सचेत करें। इसके द्वारा परिवर्तन तभी लाया जा सकता है जब
इसके संचालकों की दृष्टि समाज के प्रति समर्पित हो।
उन्होंने
कहा कि पश्चिमी देशों ने जो नागरिक अधिकारों के नाम पर परोसा है उससे
लोगों के अधिकारों का शोषण ही ज्यादा हुआ है। आधुनिक समय में निजीकरण के
नाम पर केवल तकनीकी आयी है जो कि नागरिक अधिकारों को सीमित कर रही है। आम
आदमी सोशल मीडिया को हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर अपने अधिकारों के प्रति
आवाज उठा सकता है। आज नागरिक अधिकार समय की जरूरत है। इसके प्रति हमें सचेत
भी रहना चाहिए।
वरिष्ठ
प्राध्यापक डॉ. मनोज मिश्र ने भी विषय पर अपने विचार रखे। संकायाध्यक्ष
डॉ. अजय प्रताप सिंह ने स्वागत एवं डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने धन्यवाद
ज्ञापन किया। संचालन डॉ. अवध बिहारी सिंह ने किया। इस अवसर पर डॉ. सुनील
कुमार, डॉ. रूश्दा आजमी, डॉ. सुभाष वर्मा समेत विद्यार्थीगण मौजूद रहे।