दैवीय आपदा के तहत मिली धनराशि मे से साठ हजार हडपने का लगाया आरोप
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मछलीशहर। स्थानीय तहसील क्षेत्र के अन्तर्गत मुंगराबादशाहपुर थाना
क्षेत्र के गरियाॅव ग्राम निवासी रमेश पुत्र सालिकराम ने दैवी आपदा के नाम
पर मिली धनराशि में ग्रामप्रधान द्वारा 60 हजार हड़पने का आरोप लगाया
है।भुक्तभोगी द्वारा जिलाधिकारी से शिकायत किए जाने के बाद तहसील प्रशासन
को जांच सौंपी गयी।लेकिन मामला जांचो के मकड़जाल में उलझता दिखाई पड़ रहा
है।जबकि भुक्तभोगी तहसील ,बैंक व थाने के चक्कर काट रहा है ।
बताते है कि उक्त गांव निवासी रमेश कुमार बीते दिनों जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि उसे दैवीय आपदा के तहत चार लाख रूपया शासन से आर्थिक सहायता मिली थी।यह धनराशि पीड़ित को उसे घर गिरने के कारण मिली थी।बताते चले कि पूर्व में गिरे घर में दबकर हुयी माॅ की मृत्यु होने पर प्राप्त थी। कहा कि सहायता राशि सीधे उसके यूनियन बैक ऑफ इन्डिया की गरियाॅव शाखा मे भेजी गयी थी।पीड़ित का आरोप है कि ग्राम प्रधान कमलाशंकर ने उससे कहा कि इसमें से 60000 रुपया तहसील के अधिकारियों को रिश्वत देनी है। रिश्वत देने के आश्वासन पर ही अधिकारियों ने पैसा स्वीकृति किया है।आपदा राहत चेक के लिए प्रधान शुरू से ही सहयोग कर रहे थे इसलिए उनकी बात पर विश्वास करके वह प्रधान के साथ बैंक जाकर 60 हजार निकाल कर उन्हें दे दिया।जिसकी पुष्टि जाॅच के दौरान गरियाॅव ब्रान्च के शाखा प्रबंधक ने भी ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट सत्येन्द्र कुमार को भेजे अपने पत्र मे की है। शाखा प्रबंधक ने लिखित बताया कि भुगतान,साक्षी कमलाशंकर की उपस्थिति मे ही हुआ है। हालाँकि शाखा प्रबंधक ने यह भी कहा कि सीसीटीवी फुटेज को बगैर टेक्निकल सपोर्ट के नहीं खोला जा सकता है , क्योंकि फुटेज पुराना हो गया है। नायब तहसीलदार मुॅगरा सन्तोष कुमार शुक्ला द्वारा की गयी जाॅच रिपोर्ट स्पष्ट नहीं होने पर अब थानाध्यक्ष मुंगराबादशाहपुर को जाॅच सौंपी गयी है। वहीं ग्राम प्रधान का कहना है कि पैसा हड़पने का आरोप निराधार है।
बताते है कि उक्त गांव निवासी रमेश कुमार बीते दिनों जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि उसे दैवीय आपदा के तहत चार लाख रूपया शासन से आर्थिक सहायता मिली थी।यह धनराशि पीड़ित को उसे घर गिरने के कारण मिली थी।बताते चले कि पूर्व में गिरे घर में दबकर हुयी माॅ की मृत्यु होने पर प्राप्त थी। कहा कि सहायता राशि सीधे उसके यूनियन बैक ऑफ इन्डिया की गरियाॅव शाखा मे भेजी गयी थी।पीड़ित का आरोप है कि ग्राम प्रधान कमलाशंकर ने उससे कहा कि इसमें से 60000 रुपया तहसील के अधिकारियों को रिश्वत देनी है। रिश्वत देने के आश्वासन पर ही अधिकारियों ने पैसा स्वीकृति किया है।आपदा राहत चेक के लिए प्रधान शुरू से ही सहयोग कर रहे थे इसलिए उनकी बात पर विश्वास करके वह प्रधान के साथ बैंक जाकर 60 हजार निकाल कर उन्हें दे दिया।जिसकी पुष्टि जाॅच के दौरान गरियाॅव ब्रान्च के शाखा प्रबंधक ने भी ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट सत्येन्द्र कुमार को भेजे अपने पत्र मे की है। शाखा प्रबंधक ने लिखित बताया कि भुगतान,साक्षी कमलाशंकर की उपस्थिति मे ही हुआ है। हालाँकि शाखा प्रबंधक ने यह भी कहा कि सीसीटीवी फुटेज को बगैर टेक्निकल सपोर्ट के नहीं खोला जा सकता है , क्योंकि फुटेज पुराना हो गया है। नायब तहसीलदार मुॅगरा सन्तोष कुमार शुक्ला द्वारा की गयी जाॅच रिपोर्ट स्पष्ट नहीं होने पर अब थानाध्यक्ष मुंगराबादशाहपुर को जाॅच सौंपी गयी है। वहीं ग्राम प्रधान का कहना है कि पैसा हड़पने का आरोप निराधार है।