समर्पण करने से ही मिलेंगे ईश्वर-- पंडित मदन मोहन
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जलालपुर
(जौनपुर)क्षेत्र के ताला मझवारा ग्राम में पंडित सूर्य मणि के आवास पर चल
रहे दो दिवसीय रामकथा के समापन के अवसर पर उमड़े श्रद्धालुओं को राम कथा
सुनाते हुए श्री मिश्र ने कहा की प्रेम, प्रार्थना और प्रभु भक्ति से ही
प्रभु प्रकट होते हैं। प्रभु को प्रकट करने के लिए समय, स्थान, स्थिति
नहीं, बल्कि समर्पण होना चाहिए।कथा जीवन में सच्चाई का मार्ग दिखाती है
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी का चरित्र मानव को आत्मसात करना चाहिए ताकि
उनका भविष्य उज्जवल और मान सम्मान से भरा रहे। कलयुग में हर मनुष्य के लिए
जीवन में ज्ञान एवं भक्ति की आवश्यता है। इसके लिए मनुष्य को धर्म की शरण
में आना पड़ता है।अंधकार में दीपक जिस तरह मनुष्य को राह दिखता हैं उसी तरह
जीवन में भगवान और धर्म मनुष्य को सच्चाई का मार्ग दिखाती है।उन्होंने कहा
कि श्रीराम से जो प्यार नहीं करता है वह किसी का नहीं बन सकता। राम जी माता
सीता के खोज के लिए पेड़ पौधे पर्वत आकाश पाताल नदी आदि से पूछते फिर रहे
थे। तब गरुड़राज की दशा देख सारा हाल पता किये। फिर किस तरह अन्यायी रावण
से युद्ध के लिए वानर सेना बनायी। रावण के साथ युद्ध किया और अयोध्या
वापसी की कथा सुनाकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। महाराज ने राम जी
के सीता हरन के बाद की राम जी की मनोस्थिति का सुंदर वर्णन सुनाया तो
श्रद्धालुओ के आँखों से नीर बरसने लगे।
प्रवचन के बाद
आरती और विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस मौके पर घनश्याम प्रसाद ओझा
आनन्द उपाध्याय थानाध्यक्ष नरेंद्र कुमार सिंह श्रीमन नारायण पांडेय मनीष
चौधरी जयशंकर धीरज बीरेंद्र मिश्रा सूर्यमनी चौबे संजय संत पुल्लू चौबे
लालप्रताप सिंह लकी तिवारी हरिशंकर अवधेश अरुण पांडेय समेत क्षेत्र के
संभ्रांत लोग उपस्थितरहे