जोनल इंचार्ज जितेन्द्र नाथ को दी गयी भावभीनी श्रद्धांजलि
https://www.shirazehind.com/2016/12/blog-post_673.html
जौनपुर।
आज ऐसे जीवन को याद किया जा रहा है जो जीवन निरोल भक्ति के मार्ग पर चलते
हुये बीता है। इस अमोलक दात को प्राप्त करके ऐसा रंग चढ़ा जिससे आठों पहर इस
परमात्मा का एहसास बना रहा। उक्त उद्गार मड़ियाहूं पड़ाव पर स्थित संत
निरंकारी सत्संग भवन के प्रांगण में आयोजित श्रद्धांजलि सत्संग समारोह में
उपस्थित विशाल संत समूह को सम्बोधित करते हुये दिल्ली से आये विद्वान संत व
केन्द्रीय प्रचारक इन्द्रजीत षर्मा ने व्यक्त किया। उन्होंने आगे कहा कि
संसार में जो आया है, वह रहने वाला नहीं है। यह तो प्रभु का विधान है। जन्म
व मृत्यु सिक्के के दो पहलू हैं। यह हर किसी व्यक्ति के साथ जुड़े हैं।
महत्ता इस बात की है कि जीवन को किस प्रकार जिया जाता है। तमाम
जिम्मेदारियों को निभाते हुये गुरमत का मार्ग न छोड़े। उन्होंने बताया कि
जौनपुर के जोनल इंचार्ज जितेन्द्र नाथ पाण्डेय 22 दिसम्बर को निरंकार में
लीन हो गये। अन्त में उनके सुपुत्र सर्वेश पाण्डेय (जिला पंचायत राज्य
अधिकारी) ने समस्त आगन्तुकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त किया। इस अवसर पर
वशिष्ठ नारायण पाण्डेय, बहन पूनम पाण्डेय, रमाशंकर शुक्ला (जोनल इंचार्ज
वाराणसी), अशोक सचदेवा (जोनल इंचार्ज इलाहाबाद), श्याम लाल साहू (संयोजक),
सुखदेव सिंह (क्षेत्रीय संचालक प्रतापगढ़), अमरनाथ (क्षेत्रीय संचालक
जौनपुर), राजेश प्रजापति (क्षेत्रीय संचालक शाहगंज), राम सजीवन (ज्ञान
प्रचारक अमेठी), मानिक चन्द्र तिवारी, उमाशंकर यादव, सिद्धार्थ सिंह
वाराणसी, रोशन भाटिया (क्षेत्रीय संचालक इलाहाबाद), भारत भूषण (लखनऊ),
पिण्टू सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। मंच का संचालन स्थानीय मीडिया प्रभारी
उदय नारायण जायसवाल ने किया।