सरकारी स्कूलों में कम्प्यूटर शिक्षा दिखावा
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जौनपुर। सरकारी वि़द्यालयों के बच्चों को कान्वेण्ट स्कूलों की तर्ज पर कम्प्यूटर शिक्षा दिलाने की योजना जिले में दम तोड़ रही है। यहां कई दज्रन विद्यालयों में यह योजना शुरू हुई। कुछ दिन तो कम्प्यूटर चले इसके बाद खराबी आने से बेकार साबित हो गये। बच्चों से इसके लिए अतिरिक्त फीस ली जाती है लेकिन प्रेक्टिकल कम किताबी ज्ञान अधिक दिया जाता है। जिससे हजारों छात्र कम्प्यूटर के वास्तविक ज्ञान से वंचित चल रहे है। शिक्षा विभाग की यह योजना किसी मजाक से कमतर नहीं लग रही है। ज्ञात हो कि जनपद के प्रत्येक उच्च प्राथमिक विद्यालयों जहां बच्चों की संख्या 100 है तथा विद्युतीकरण हो चुका है, वहां के बच्चों को कम्प्यूटर शिक्षा देने की व्यवस्था है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से बच्चों को इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। हालांकि इन कम्प्यूटर के रख रखाव के नाम पर हर साल 10 हजार रूपये जरूर किये जा रहे हैं लेकिन देखरेख के अभाव में ये कम्प्यूटर बेकार साबित हो रहे है। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को शिक्षा देने के लिए शिक्षकों की तैनाती तक नहीं है। विद्यालयों के शिक्षकों को अभी तक शिक्षित नहीं किया गया।